Xxx Mami Ki Gand Mari – मामा के साले की बीबी को चोदा, Sex Story
मेरा नाम लव है, मेरी एज 25 साल है, मै रेलवे में जॉब करता हूं।
ये कहानी तब शुरु हुई जब मेरे मामा मामी का झगड़ा हुआ।
तो हुआ कुछ ऐसा की मेरे मामा रेलवे में टीटी है।
उनकी शादी हो चुकी है और उनके 2 बच्चे हैं।
एक दिन मै अपने ड्यूटी पर था तो पता चला कि मामा मामी का झगड़ा हो गया है, और मामी घर छोड़ अपने मायके चली गई है, बच्चो को लेकर। मामा अपने रेलवे जोन चले गए जब उनकी छुट्टी खत्म हुईं तो।
अब 2 महीने गुजर गए बच्चों की पढ़ाई बर्बाद हो रही थी तो मेरी मां ने कहा कि जा तू ही मना ला।
मेरी और मामी की अच्छी बनती थी।
जब मुझे छुट्टी मिली तो मै पहुच गया मामी के मायके।
उनके मायके में उनके पापा, मम्मी, और उनकी छोटे भाई की पत्नी रहती हैं जिनकी अभी शादी हुई है।
उनका वहीं आस पास मे दो घर है।
मै पहुंचा तो सब से मिला जुला
अब मैंने मामी को चलने बोला तो वो नही मानी मैने खूब मनाया खूब खुशामत की समझाया भी।
लेकिन वो बिल्कुल भी नही मानी उनके घर वालो ने भी कोशिश कि लेकिन वो नही मानी।।
अब शाम होने लगा था ठंड का समय था तो उन्होंने मुझे रूक जानें को कहा।
लेकिन मैने भी साफ मना कर दिया की जब आप चलने के लिए मान ही नही रही तो मेरे यहां रुकने का कोई मतलब नही है।
मै अपनी बाइक निकालने नीचे चला जाता हूं।
मेरे पीछे पीछे मामी की भाभी यानी की वो भी मेरी मामी ही हुईं आ जाती हैं।
उनका नाम संध्या था। वो मेरे से कुछ साल बड़ी होंगी, अभी 8 महीने पहले ही उनकी शादी हुई है, मै उनसे शादी में मिल चुका था।
मामी: अरे रूक जाइए ना अंधेरा हो गया है, इतनी दूर जाना है।
मै: रुकने का कोई फायदा नही ना है, रुकने से वो क्या जाने के लिए मान जाएंगी।
तब नानी भी नीचे आ जाती हैं।
नानी: रूक जाओ ना बेटा हो सके सुबह तक उसका गुस्सा ठंडा हो जाए।
मै: नही मै निकलता हूं।
मामी: ओहो तुम भी उसकी तरह जिद कर रहे हो चलो मान भी जाओ,।
मै: रूक जाने से क्या होगा।
नानी: तुम रूक जाओ मै उसे मना लूंगी।
बहू तुम इसे अपने नए घर ले जाओ मै आती हूं।
मामी: बाइक यही छोड़ दो वहा बाइक लगाने की जगह नही है।
अब हम 20 मिनट बाद नए घर पहुंचते हैं।
वो 2बीएचके था।
मै: अगर कल जाने के लिए नही मानी तो आपको बताऊंगा।
मामी: ठीक है। पहले बैठो तो सही।
मै: यहां क्यों रहती हैं आप।
मामी: अरे घर बन्द नही कर सकते ना चोरों का बहुत खतरा है। इसलिए मै और मां जी यहां रहते हैं।
कुछ देर बाद नानी भी आ गई।
नानी: चलो खाने की तैयारी करो।
मामी खाना बनाती हैं सभी खाते हैं और नानी के रुम मे बैठे बाते करने लगते हैं,।
मै और मामी आमने सामने एक रजाई में पैर डाले बैठे थे।
नानी नीचे बैठ आग ताप रही थीं।
मैंने अपना पैर मोड़ा हुआ था लेकिन जब मैने अपना पैर पसार तो मेरा दाहिना पैर का अंगूठा सीधा उनकी चूत को जा लगा, मैने जल्दी से हटा लिया।
वो पहले सक पका गई , फिर मुस्कुराने लगी।
मैने सोचा शायद इन्हें लग रहा है कि मैने जान बूझ कर किया है।
हम ऐसे ही बातें करते रहे।
फिर मैंने सोचा एक बार और सटा कर देखता हूं काफी मुलायम लगा था। इस बार मैने जान बूझ कर सटा दिया। वो उठ कर चली गई और नीचे बैठ आग सेंकने लगी।
उन्होने सूट सलवार के ऊपर स्वेटर पहन रखा था। उनकी चूचियों के बीच की दरार ऊपर से दिख रही थी।
नानी: तुम्हारी शादी बेटा मै अपनी बहन की नातिन जूही से करा देती हुं, बहू जरा अपने मोबाईल में उसकी फोटो तो दिखा इसे।
मामी: अरे नही वो एक नंबर की छिंदार……
इतना बोलते बोलते मामी रूक गई।
अब उन दोनो मे बहस होने लगी।
नानी: यहां कौन है जो दूध की धुली है।
मै: अरे आप लोग फालतू मे बहस कर रही हैं।
नानी: हां ठीक है अब जाओ सोने।
अब मै और मामी मामी के बेड रूम मे सोने गाया ।
और नानी वही सो गई।
मै किनारे में सोया था, मामी आई और मेरे बगल मे लेट गई रजाई में।
वो किचेन मे कुछ काम कर आई थी इसलिए उनके हाथ पैर एक दम ठंडे थे।
वो अपने ठंडे पैर मेरे पैर में सटाने लगी।
मै: क्यों ठंडा लगा रही हैं सटा कर।
मामी: और जो तुमने सटाया वो क्या था उसका कुछ नही।
मै: मैने जान बूझ कर थोड़े किया था गलती से हो गया था।
मामी: गलती से एक बार होता है दो बार नही।
मै: दूसरी बार तो मैने ऐसे ही मजाक में सटा दिया था।
मामी: तो मै अब सटा रही हूं तो हट क्यों रहे हो,(अपने दोनो ठंडे हाथ मेरे चेहरे पर रखते हुए)
मै: तो मै भी सटा दूं।
मामी: क्या?
मै: हाथ, (मैने अपना हाथ से उनके गर्दन पर सहलाने लगा)
मामी: आपका हाथ कितना गर्म है जी, करते रहिए अच्छा लग रहा है।
मै अपना हाथ गर्दन से होते हुए उनके सीने पर ले आया और उनके चूचियों के दरार के ऊपर सहलाने लगा।
मामी: ओए बेटा बदमासी नही।
उन्होने बोला लेकिन मेरा हाथ हटाया नही।
मै बात बदलते हुए। उनके सीने को अभी भी सहला रहा था।
मै: ये किस जूही के बारे मे बात कर रही थीं नानी।
मामी: अरे उसका नाम मत लो एक नंबर की रण्डी है।
मै: ऐसे ही किसी पर इल्जाम नही लगाना चाहिए।
मामी: ऐसे ही नही बोल रही हूं ये मेरे पति से चुदवाती
है, तुम्हारे मामा ने मुझे खुद बताया है।
मै: मुझे विश्वास नही होता इन सब बातों पर।
मै: तुझे यकीन नहीं है, रूक मै तुझे दिखाती हूं।
अपना फोन ले उन्होने कुछ उन दोनो की तस्वीरे दिखाई चुदाई करते हुए।
मै: आपको बुरा नही लगता की आपके पति किसी और के साथ…..
मामी: अरे नही ,एक अलग ही रोमांच फील होता है।
मै:(उनके बोबे सहलाते हुए) तो मेरे साथ रोमांच फील करना चाहेंगी।
मामी: वाह बेटा मुझे बातों में फसा, आगे बड़ गए। हटाओ ये सब ठीक नही है।
मै: सबके सामने तो लोग खूब बोलते हैं, कि मामी मे आधा हिस्सा होता है, लेकिन जब मांगने जाओ तो मना कर देती हैं।
मामी: अच्छा बेटा हिस्सा मांगने लगे हो, पहले सोच लो क्या इतने बड़े हो गए हो कि हिस्सा मांग सको।
मै: आप आजमा कर तो देखो।
मामी: देखो मजाक तक तो ठीक है लेकिन ये अच्छी बात नही है।।
मै अब बिना कुछ बोले दूसरी तरफ मुंह कर लेट गया।
कुछ देर बाद मामी मेरी पीठ से चिपक जाती हैं और मुझे अपनी तरफ घुमाने लगती हैं।
मामी: नाराज हो गए क्या चलो कर लो अपने मन की।
हा, लेकिन आधा हक है तो आधा ही मिलेगा।
मै उनकी तरफ घूमते हुए ।
मै: (हस्ते हुए)आधा कहा से मिलेगा आगे से या पीछे से।
मामी:( मेरा कान ऐंठते हुए) बदमाश हो गए हो, ना आगे से ना पीछे से मिलेगा बस ऊपर ऊपर से कर लो थोड़ा बहुत जो करना है।
मै: अच्छा जी।
अब मै उनके होंठ पीने लगता हूं।
मै: मामी आपके होंठ बहुत रसीले हैं।
मामी: ज्यादा तारीफ ना करो मखन लगाने से कोई फायदा नही है ज्यादा कुछ करने नही दूंगी।
मै: आपके होंठों पर बाल उगे हुए हैं।
मामी:(अपने होंठ छूटे हुए) कहा है बाल।
मै:(उनकी चूत कपड़ो के ऊपर से छूते हुए) ऊपर के नही नीचे के।
मामी: (मेरा हाथ हटा देती हैं) काफी शैतान हो गए हो।
अब मै उनके गर्दन चूमने चूसने लगा उनके कान चूसे उनके सीने को चूसा, उनका स्वेटर खोल उनके दाई चूची को चूसने चाटने लगा कपड़ो के ऊपर से अब मैंने उनका सूट उतार दिया उन्होने ब्रा नही पहनी थी,
अब फिर मैने उनके दाए चूचे को चुसने लगा वो सिसकारियां भरने लगी मै उनकी बाई चूंची को छु भी नही रहा था काफी देर उनकी एक ही चूंची को लेकर खेलता रहा उसे चूस चूस कर लाल कर दिया।
मामी: एक को ही चूसे जा रहे हो इसमें क्या काटा लगा है।
मै: आपने ही तो बोला की आधा ही मिलेगा तो मै आधा ही ले रहा हूं।
मामी: (मेरे मुंह मे दूसरी चूंची देते हुए)ओहो बड़े आए आधे के हिस्सेदार, चलो इसे भी उसी तरह प्यार करो।
मै: पहले बोलो पूरा मिलेगा।
मामी: ठीक है पहले करो तो।
अब मैंने उनकी दोनों चूंची को खूब चूसा।
अब मै उनका पेट चाट रहा था, उनकी नाभी चाटी उनके पेडू चूसने लगा।
मामी: ज्यादा नीचे मत जाओ जंगल है, खो जाओगे।
मै: (सलवार का नाड़ा खींच दिया) मुझे जंगल देखना है।
मामी:(सलवार पकड़ लिया) नही देखो ज्यादा आगे मत बड़ो।
वो मुझे ऊपर खींच लेती हैं।
मै उन्हें किस करने लगा अपना हाथ उनके चूंचे से होते हुए उनकी पैन्टी में घुसा दिया।
उनकी चूत बालों से भरी हुई थी मै उनसे खेलने लगा।
मामी मेरा हाथ पकड़ ली पर हटाया नही।
अब मैं उनकी चूत सहलाने लगा वो आह आह करने लगी, किस करते हुऐ सिसकरिया भरने लगी।
मैने अपना पाजामा उतारा और अपना लन्ड उनके हाथ में दे दिया।
मामी: तू मानेगा नही ना।(वो मेरा लन्ड सहला रही थीं)
मै : मै लड़का होकर शेव कर रखा हूं और आपने जंगल उगा रखा है। शेव क्यों नही करती।
मामी: अरे काफी ठंड है बेटा और इतनी ठंड में किसके लिए शेव करूं।
अब मै उनकी चूत पर लन्ड घिसने लगा ।
मामी: ओह मत कर ऐसा बाल साथ मे जायेगा तो चर चराएगा। बाल भी उखड़ जाएगा।
मै: अरे मै सावधानी से करुंगा,
अब मैंने उनके चूत रस से सारे बाल बाहर की तरफ किए और अपना आधा लन्ड डाल दिया उनकी चूत में वो सिसक उठी, धीरे धीरे मेने पुरा लन्ड घुसा दिया।
वो आह आह करने लगी मै जोड़ जोड़ से चोदने लगा कुछ देर बाद वो झड़ गई मैं फिर भी धीरे धीरे उन्हें चोदने लगा फिर मै झड़ने को हुआ तो मैं अपना लन्ड निकालने लगा उन्होने अपने पैर से मेरी कमर को लपेट लिया।
हम दोनो एक साथ झड़ गए। मै उनके अन्दर ही झड़ गया।
मामी: ये क्या किया तुमने अब मैं प्रेगनेंट हो जाऊंगी 3 महीने से मेरा पति घर नही आया मै दुनियां को क्या बताऊंगी की किसका बच्चा है।
मैं (उनके चूंचे सहलाते हुए) मैने क्या किया आपने ही तो मेरी कमर को पकड़ लिया था।
मामी: मै तो सारा इल्जाम तुम पर डाल दूंगी। बाकि तुम समझो।
मै: ज्यादा डराइए मत मुझे पता है आपने कॉपर टी लगवा रखा है।
मामी: तुझे किसने बताया।
मै:आपकी ननद ने।
मामी: अब अपनी मन की कर खुश हो ना।
मै: आपको मजा नही आया क्या।
मामी: बहुत मजा आया।
अब हम कपड़े पहन सो जाते हैं।
सुबह उठा तो फ्रेश हो नानी के पास गया।
मै नानी, वो जाने के लिए मान गई क्या, ।
नानी: अरे अभी तो सुबह हुई है मै जाकर उससे बात करती हूं। बहू तुम इसे खाना बना खिला दो। मै आती हूं।
मामी खाना बना रही थीं।
मै: अगर आज नही मानी तो मै निकल जाऊंगा मेरी छुट्टी कहीं दूसरे की बीबी को मनाने में ही ना खत्म हो जाए।
मामी:( हंसते हुए) दुसरे की बीबी को चोदने मे मजा आता है, मनाने में नही।
मै: ये क्या बोल रही हो सुबह सुबह आप।
मामी: गलत बोला क्या।
मुझे किस करते हुए काश आज तू रुक जाए।
अब हम खाना खाते हैं,।
मामी बाथरूम चली जाती हैं।
कुछ देर बाद निकलती हैं और मेरा हाथ पकड़ बेड रूम मे ले जाती हैं।
मामी: तेरे लिए सरप्राइज है।
मै: क्या दिखाओ।
मामी: (बेड पर बैठ अपनी सलवार के तरफ इशारा करते हुए) खुद ही देख लो।
मैं उनका सलवार उतार देता हूं उन्होने चड्डी नहीं पहनी थी।
उन्होने अपनी चूत शेव कर लिया था। उनकी चूत एक दम गोरी थी उसके होंठ थोड़े नीले जरुर हुए थे।
मै : वाओ क्या चीज हो मामी आप,
अब मैने अपनी जीभ उनकी चूत से लगा दिया उनकी सिसकारी निकल गई मै उनकी चूत चाटता रहा काटता था उसे खा जाना चाहता था।
15 मिनट की जमकर चूत चुसाई से वो झड़ गई।
अब मै उनको किस करने लगा उनके सारे कपड़े उतार उनको चूसने लगा वो मेरा लन्ड सहलाने लगी।
10 मिनिट बाद वो फिरसे गर्म हो आहे भरने लगी।
मैने अब अपना लन्ड उनकी चूत में डाल उन्हें चोदने लगा अभी 5 मिनट ही हुए थे की डोर बेल की घंटी बजी।
हम जल्दी से अलग हुए मैने पैंट पहना और वो मुझे दरवाज़ा खोलने को बोल अपने कपड़े उठा बाथरूम मे भागी।
मैने दरवाज़ा खोला तो नानी थीं।
मै: मामी मानी क्या।
नानी: अरे हां अभी बात हुई उससे। तूने खाना खाया। और बहु कहा है।
मै: हां खा लिया, मामी बाथरूम मे हैं।
नानी: मुझे तो भूख लगी तो मै खाना खाने आ गईं।
मै: तो क्या कहा उन्होने, तैयार हो गई क्या।
नानी: अरे कहा, वो कल जाने को बोल रही है।
मै: ठीक है मै निकलता हूं फिर उनका जब मन हो आ जायेंगी।
नानी: अरे बेटा रुक जाओ ना आज भर कल आने मे कितना समय ही लगेगा।
मै: नही मेरी छुट्टी खत्म हो जाएगी।
अब मामी बाथरूम से नहा कर निकलती हैं।
नानी खाना खाकर जाते हुऐ।
नानी: बहू इसका ख्याल रखना और जाने मत देना इसे। मै कुछ देर में आती हूं। (वो चली जाती हैं)
मै: ठीक है मामी मै निकलता हूं अब।
मामी: अरे रूक जाओ ना आज रात भर की ही तो बात है, और तुम्हारी रात अच्छी कटेगी इसकी जिम्मेदारी मेरी।
मै: नही मै निकलता हूं। कहते हुए अपना जींस पहन लेता हूं।
मामी:अरे मेरे अन्दर की आग को भड़का कर इसे बिना ठंडा किए चले जाओगे।
मै: क्या करूं कोई रास्ता ही नही है।
मामी मेरे शर्ट के बटन खोल मेर सीने पर चूमने लगती हैं।
मै: क्या कर रही है जाने दीजिए मुझे।
मामी: (घुटनों के बल बैठते हुए) एक सरप्राईज और दूंगी तब तो रुकोगे ना।
इतना बोल वो मेरे जींस का चैन खोल मेरा लन्ड बाहर निकाल लेती हैं उसे सहलाते हुए उसपे जीभ फिरा देती हैं। उसके सुपाड़े को मुंह मे भर चुसने लगी । पहले धीरे धीरे से अब जोर जोर से वो लिंग को चाटने चुसने लगी
कुछ देर बाद मै उनके मुंह मे ही झड़ गया उन्होने मेरा सारा रस पी लिया। और मेरे लन्ड को चूस कर साफ कर दिया।
मामी: अब तो रुक जाओ। रात को धमाल मचाएंगी।
मै: ठीक है।
फिर रात को हमने जम कर 3 बार चुदाई करी।
अगले दिन मै मामी को ले घर आ गया।
कहानी पूरी पढ़ने के लिए धन्यवाद। Author Email: lovesingh171099@gmail.com
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