भईया ने सिखाये यौन संबंधों में समझौते के लाभ
मैं एक साधारण बालक की भांति अपने जीवन चक्र में धीमे धीमे बढ़ रहा था. मैं बहुत आकर्षक या सुडोल नहीं था, मेरी तव्चा का रंग भी किसी आकर्षण का केंद्र नहीं था, बाकि की तरह मुझे भी चित्रित पुस्तके (कॉमिक्स) पढ़ने में रूचि होने लगी, समस्या थी उनकी उपलब्धि कि जो अधिकतर नगर से …