Marathi Sexy Videos – बचपन का प्यार, मराठी सेक्सी विडियो

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हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम सुदर्शन है और ये मेरी पहली कहानी है । मैं बिहार के भागलपुर के पास एक गाँव का रहने वाला हूँ। मैं अभी पटना में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता हूँ।मेरी उम्र 24 साल है और मेरी हाइट 5.6 फ़ीट है। मेरे लंड का साइज 6 इंच है। यह कहानी मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली लड़की सोना का है। उसकी उम्र 24 साल है और वह एक बेहद खूबसूरत लड़की है ।दोस्तो मेरे घर मे मैं मेरी माँ, मेरे पिता 3 लोग ही है और सोना के घर मे सोना के अलावा उसके पिताजी शम्भू अंकल जो कि फाइनेंस कंपनी में काम करते है, बड़े भैया बबलू जो कि राजस्थान में काम करते है उनकी शादी अभी नही हुई है और उससे एक बड़ी बहन भी है जिसकी शादी होने वाली है उसका नाम ललिता है। सोना की हाइट 5.5 फ़ीट है और वो स्लिम लड़की है उसकी साइज 32-28-32 है, सोना घर रह कर ही एसएससी की तैयारी कर रही थी।

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हम साथ मे पढ़े और साथ ही बड़े हुए लेकिन मैं शर्मिला था इसलिए उससे ज्यादा बात नही करता था ।मैं बचपन से ही उससे प्यार करता था लेकिन कभी बता नही पाया। ये कहानी सोना की बड़ी बहन की शादी का है उसकी बहन का नाम ललिता है। मैं भी गाँव गया हुआ था। उसकी शादी में काफी चहल पहल थी। काफी लोग भी आये हुए थे। इसलिए काम भी बहुत था , एक अचे पड़ोसी होने के नाते मैं भी कामो में अपना हाथ बंटाया करता था। सोना ने भी काफी मेहनत किया था। मैं उसके साथ कभी बाज़ार जा कर सामान ले देता कभी कुछ और काम कर देता जो भी बोलती थी। वो बहुत सुंदर लग रही थी और मुझसे रहा नही जा रहा था। मैंने हिम्मत करके रात में उससे आई लव यू बोल दिया। उसने मुझे एक थप्पड़ खींच के मारी और उसने बोला “तुम पागल हो गए हो, दूर हो जाओ मेरी नज़रो से ,मैं तुन्हें क्या समझती थी और तुम क्या निकले।” छी तुम मेरे बारे में ऐसा सोचते हो ,तुम्हे शर्म नही आती। आज के बाद मैं तुम्हारा शक्ल भी नही देखना पसंद करूँगी।दूबारा मुझसे बात मत करना।

मैं बहुत निराश ही गया , मुझे बहुत बुरा लगा कि इससे इतना प्यार करता हूँ और ये मुझे ऐसा बोल रही है। मैने उससे दूरी कर ली , और शादी के दिन तक उसके सामने नही गया। उसे कोई काम होता तो वो मुझे जरूर ढूंढती थी लेकिन में नही मिलता और वो भी मेरी बात याद करके मुझे नही बोलती थी। शादी के समय वो लहँगे में बेहद खूबसूरत दीख रही थी , मैं छूप के उसे देख रहा था लेकिन उसके पास नही जाता था।अचानक से उसे कोई काम याद आया  उसे बाजार से कुछ लेना था जो वो भूल गई थी ।अब ठंड के मौसम में  रात के 8 बजे उसे कोई नही मिला तो उसने मुझे बुलवाया लेकिन मैं नही गया। तो वो खुद मेरे पास आई और चलने के लिए बोलने लगी। मैने मना  कर दिया और बोला कि तुमने मुझसे बात करने को मना किया था न अब क्या हो गया ,तुम्हे मेरी शक्ल नही देखनी थी न अब मैं तुम्हे परेसान नही करूँगा। तुम जाओ अब। वो कहने लगी कि प्लीज् एक जरूरी काम है चलो न मेरे साथ और कोई नही है अभी चलने वाला। दोस्तो भागलपुर हमारे यह से 15 किलोमीटर दूर है और रात में  काफी ठंडी थी

दिसंबर के महीने में तो थोड़ी दिक्कत होती है वहा जाने में । मैने मना किया तो बोलने लगी कि तुम जो कह  रहे हो वो गलत है हमारे बीच ये सब संभव नही है, ये बस एक अट्रैक्शन है। मैने बोला मुझे नही पता बस ये पता है कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। वो बोली कि ठीक है अगर मैं तुम्हारा प्रपोजल स्वीकार कर लूं तो क्या करोगे तुम? मुझसे शादी कर पाओगे? बोलो ये बात तुम्हे भी पता है तुम्हारा मेरा रिश्ता क्या है और हमारे यहां एक ही गाँव मे शादी नही हो सकती। इस रिश्ता का कोई मतलब नही है इसलिए भूल जाओ ये बात । मैन बोला की बहुत कोशिश की लेकिन भूल नही पाया। अगर तुम्हें स्वीकार नही है तो मैं नही जाऊँगा तुम्हारे साथ। वो बोली के मैं किसी और को पसंद करती हूँ। यह सुनके मेरे होश उड़ गए, मैं रोने की हालत में आ गया और अपने कमरे में जा के रोने लगा। वो मेरे पीछे आई और मेरे कंधे पर हाथ रख कर मुझे चुप करते हुए बोली ।

प्लीज मुझे माफ़ करदो मुझे नही पता था कि तुम इतने सीरियस हो लेकिन मैं तुमसे प्यार नही काट सकती। लेकिन तुम्हारी दोस्त जरूर बन सकती हूँ। ये सुन के मुझे थोड़ा सुकून मिला और मैने उसे गले से लगा लिया। मैने उससे बोला की आज से तुम मेरी गर्लफ्रैंड हो और मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड। वो बोली कि नही सिर्फ दोस्त। मैने बोला कि क्या डिफरेंस है दोनों में तो वो बोली कि मैं तुमसे प्यार नही कर पाउंगी लेकिन तुमसे बात करूँगी और तुम्हारे साथ मे घूमूंगी बस इतना ही। तो मैंने पूछा और किस कर सकता हूं ना? वो बोली बिल्कुल नही। तो मैंने बोला की तब क्या फायदा दोस्ती करके जब कुछ कर ही नही सकता। अब मैं कही  नही जा रहा तुम अपने लवर को बुला लो वही तुम्हे ले जाएगा बाजार । तब वो बोली कि तुम मेंरी मजबूरी का फायदा उठा रहे हो, मैने बोला नही मैं बस तुमसे प्यार करता हूँ और अगर तुम्हें मंजूर हो तो बोलो नही तो जाओ यहां से। वो थोड़ी देर सोची फिर बोली कि ठीक है मैं तुम्हे अपना half-बॉयफ्रेंड बनाऊँगी। लेकिन मैं शादी अपने लवर से ही करूँगी। मैने बोला ठीक है जो मिल रहा है मैं उसी में खुश रहूंगा। यह कह मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके होठों को चूमने लगा वो अलग होने की कोसिस करने लगी लेकिन मैंने जोर से पकड़ रखा था और उसके दोनों लिप्स चूसने लगा , उसने मुझे पीछे धकेल दिया औऱ बोली कि बस अब किस कर लिया अब चलो। मैं उससे लेकर भागलपुर मार्किट गया और सामान ले आया। अब वो मुझसे बात भी कर रही थी और नाराज़ भी नही थी। मैं भी मौका पाकर उससे किस कर लेता था  वो मुझे मुक्के मार देती थी लेकिन मैं फिर भी उससे किस कर ही लेता था। इस तरह शादी पूरी हुई और सुबह हो गयी। विदाई के समय वो बहुत रो रही थी ।

अगले कुछ दिन ऐसे ही गुज़रे ,कभी कभी हमारी बात हो जाती थी। कुछ दिन बाद उसका एसएससी का एग्जाम का सेन्टर पटना में पड़ा  तो उसके पिताजी बाहर थे और उसके भैया भी किसी काम से आउट ऑफ स्टेट थे। तो उसकी माँ मेरे घर आई और अपनी समस्या बताया तो मेरे पिताजी ने मुझे उसके साथ भेजने का फैसला किया । मैं बहुत खुश था और उससे बोला की मैं तुम्हारे साथ चलूंगा और तुम्हारा एग्जाम दिलाऊंगा , बहुत मजा आएगा। वो हंस कर बोली ज्यादा खुश मत हो मैं बस वहा  एग्जाम देने जा रही हूँ मजा करने नही। मैंने बोला की चलो एग्जाम के बाद तुम्हे पटना घूमा दूँगा , वो बोली जरूरत नही है। मैंने पिताजी से बोला की सोना का एग्जाम 15 तारीख को है उस दिन संडे है मेरा एक काम है वहा पर दोड़तो सेकुछ नोट्स लेने है और कुछ सामान भी खरीदना है तो हम एग्जाम 2 दिन बाद ही आ पाएंगे। वो बोले कि ठीक है । यही बात मैंने सोना की माँ को भी बोला उन्होंने ने कहा ठीक है जब तुम साथ मे रहोगे तो कोई बात नही तुम लोग आराम से आना। मैं बहुत खुश हुआ लेकिन वो मन ही मन  मुझसे भाग रहि थी।हुम् 14 को ट्रेन का टिकट ले लिए और वापसी का टिकट 18 तारीख का ले लिए , सोना बोली कि वो 15 को एग्जाम देकर अकेली आ जायेगी लेकिन उसकी मां ने मना कर दिया  और बोली अकेली कही आना जाना नही है तुम सुदर्शन के साथ ही आओगी।यह सुनकर मैंने सोना को आंख मारा और एक किश का इशारा किया उसने थप्पड़ का इशारा किया। दोस्तो मुझे अब भी ऐसा लगता था कि वो मुझे पसंद नही करती है और अपना काम निकालने के लोए ही मुझसे बात करती है। मैने भी सोच लिया अब मैं भी इससे अपना काम ही निकालूंगा। ये किसी और से प्यार करती है और मुझे केवल अपने जरूरत पर ही याद करती है तो अब मैं भी अपना जरूरत इससे ही पूरी करूँगा। पटना में इसकी खूब चूत चोदूंगा । 14 तारीख को हमने सुबह में ट्रेन पकड़ लिया ।

शाम 4 बजे हम पटना पहुच गए और मैं अपने रूम पर उसे ले गया। वो पढने बैठ गई और मैं मार्केट चला गया कुछ खाने का सामान लाने , जब रात हुई तो हम खाना खाकर सोने की तैयारी करने लगे । अब बेड 1 ही था और ठंड काफी थी तो मैंने बोला की हम दोनों बेड पर ही सो जाते है वो बोली कि नही वो नीचे सो जाएगी मैने मना कर दिया तो वो बोली कि तुम सो जाओ मैं अभी पढूंगी तो मैंने सोचा कि कोई बात नही आज नही तो कल । मैं सो गया ,वो भी थोड़ी देर बाद मेरे बगल में सो गई लेकिन उसने बीच मे तकिया लगा दिया था अब रजाई 1 ही था इसलिए उसे मेरे पास ही सोना पड़ा। अगले दिन सुबह ही हम एग्जाम के लिए निकल गए, उसे सेन्टर पे छोड़कर मैं रूम पे वापिस आ गया, और आगे का सोचने लगा।एग्जाम खत्म होने समय मैं फिर उसको लाने गया । थोड़ी देर में वो लाल टॉप और ब्लू जीन्स में नज़र आई , वो काफी प्यारी लग रही थी मन कर रहा था कि अभी रूम पर ले जाकर खूब चुदाई करू। लेकिन अभी खुस रखना जरूरी था नही तो नाराज़ हो सकती थी। उसके पास आते ही मैने एग्जाम के बारे में पूछा तो उसने कहा कि अच्छा गया है। वो खुस थी । हम वही से होटल गए खाना खाने फिर मैंने कहा कि चलो तुम्हे पटना घूमता हूँ तो वो खुस हो गई फिर दिन भर हम चिड़ियाघर घूमे फिर वहा से निकल कर हम पटना सेंट्रल मॉल में गए वहाँ उसने अपनी पसंद की कुछ कॉसमटिक्स लिया और मैने उसके लिए एक सुंदर कला  टॉप खरीद कर छुपा लिया क्योंकि वो मुझे टॉप में ज्यादा पसंद थी। वहाँ से हम वापिस रूम चले गए।फिर वो थकान से सो गई और मैं डिनर पैक कराने पास के होटल चला गया। वापस आते समय मैने मेडिकल स्टोर से कंडोम का एक पैकेट खरीद लिया था क्योंकि मैंने आज उसे चोदने का मन बना लिया था।

जब मैं रूम पे पहुच तो वो सो रही थी और बहुत प्यारी लग रही थी। उसकी छोटी-छोटी चुचियाँ ऊपर नीचे हो रही थी, जिसे देख कर मेरा दिल भी ऊपर नीचे हो रहा था। मैं उसे ऐसे ही देख रहा था। फिर 9 बजे मैने उसे उठा  दिया और हम खाना खाए। खाने के बाद हम सोने की तैयारी करने लगे। वो बोली कि मुझे नींद नही आ रही है तुम मेरे साथ बात करो न। मैने उससे उसके लवर के बारे में पूछा तो वो हँसने लगी और बोली कि उसका कोई लवर नही है वो झूठ बोल रही थीं क्योंकि उस समय उसे समझ नही आ रहा था कि वो मज्झसे कैसे पीछा छुड़ाये। ये सुनते ही मैंने उसे पकड़ लिया और बोला कि तुमने अब काफी परेसान कर लिया मुझे अब और नही । तुम्हे पता है मुझे कितना दुख हुआ था ये सुनकर, पागल मैने क्या क्या सोच लिया था तुम्हारे बारे में। फिर मैंने “ई लव यू” बोल दिया। वो कुछ कहना चाहती थी लेकिन मैंने उसके मुंह खुलते ही उसे किश करना शुरू कर दिया, और उसके लिप्स को चूसने लगा वो विरोध कर रही थी लेकिन थोड़ी देर में ही वो साथ देने लगी । कुछ देर बाद हम अलग हुए तो मैंने उसे टॉप दिया तो वो बोली वाओ ये बहुत अच्छा है , तुम मेरी सच मे फिकर करते हो।लेकिन मैं अभी भी तुमसे प्यार नही करती ,बस अब तुम मुझे अच्छे लगने लगे हो। और वो मेरे गले लग गई। मैंने फिर से उसे किश करना शुरू किया वो भी साथ दे रही थी। मैने अब जीभ चलाना शरु कर दिया, और उसके मुंह मे जीभ डाल दी ,वो उसे चूसने लगी।मैं भी उसके जीभ चुसता और साथ ही मेरे हाथ उसके नन्हे चुचियों को सहलाना शुरू कर दिए।वो उत्तेजित होने लगी औऱ उसके मुंह से आह की आवाज आने लगी। मैंने उसके टॉप के अंदर हाथ डाल दिये, उसने अंदर ब्रा पहन रखा था मैंने उसके अंदर हाथ डाल कर उसके निप्पल से खेलने लगा, वो मदहोश होने लगी और सससस की आवाज़ निकालने लगी। वो मुझे देख रही थी मैंने उसे किश करना जारी रखा और उसका टॉप उतार दिया । अब मैं उसकी ब्रा भी उतारने लगा वो अपने हाथ से ब्रा पकड़ ली और खोलने से रोक दी।मैंने उसकी आँखो में देखा तो मुझे देख रही थी मैने पूछा क्या हुआ तो वो बोली कि हमे ये नही करना चाहिए। मैने कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ। और बचपन से करता आया हूँ और आगे भी करता रहूंगा, चाहे जो भी तुम्हारा फैसला होगा मैं तुम्हारा साथ दूँगा। उसने अपने हाथ ढीले कर दिए मैंने इसका फायदा उठाते हुए उसकी ब्रा भी खोल दी और चुचियाँ चूसने लगा।

वो आंखे बंद कर के मजे लेने लगी।मैने अपने कपड़े उतार दिए और मेरा फन-फनाता हुआ लंड उचल कर बाहर आ गया जो पूरे शान से लहरा रहा था उसकी आंखें अब भी बंद थी। मैने उसके चुचियाँ चूसना छोड़ कर उसके जीन्स उतारना चालू किया और थोड़ी ही देर में उसकी जीन्स उत्तर गयी। फिर मैंने उसे खड़ा किया तो वो मेरे खड़े लण्ड को देख कर चौंक गई और अपनी आंखें बंद कर ली।मैने उसके हाथ को अपने लण्ड पर रखा तो उसने हटा लिया मैंने फिर से रखा और पकड़े रहा तो वो बड़े ध्यान से देखने लगी, मैंने पूछा क्या देख रही हो? तो वो बोली कि ये इतना टाइट क्यों है? मैंने बोला की तुम्हे देख कर ही हुआ है।और उसके हाथ आगे- पीछे करने लगा अब वो अपने से मेरा लण्ड हिलाने लगी। मैने उसकी चुचियाँ दबाते हुए किश कर रहा था अब मुझसे रहा नही जा रहा था तो मैंने उसकी पैंटी निकाल दिया। और उसे नीचे बिठा दिया और अपने लण्ड को उसके मुंह के पास ले दिया तो वो देखने लगी मैने मुह में लेने का इशारा किया तो उसने मना कर दिया तो मैंने भी उसे ओर कुछ नही बोलै और उसे लिटा कर उसकी चुत  को देखने लगा उसने अपनी चुत हाथो से चुप लीया। मैंने उसके हाथ हटा कर अपना मुंह उसके चुत पर लगाकर चूसने लगा वो हाथ से मेरे सिर को दबाने लगी और और अपने पैर से मेरे को खींचने लगी। मैने कुछ देर चुत चूसने के बाद अपने लण्ड को उसकी चुत पर लगाया और थूक लगाकर अंदर करने लगा तो उसने रोक दिया और  बोली कि प्लीज रुक जाओ मैं बर्बाद हो जाउंगी। मैने बोला कुछ नही होगा और अगर कुछ हुआ तो मैं हमेशा तुम्हारा साथ दूंगा।

वो बोली अगर मैं प्रेग्नेंट हो गई तो? तो मैंने कंडोम निकाल कर उसे दिया और बोला अब खुश।उसने उसमे से 1 कंडोम निकाल कर दिया तो मैंने अपने लैंड पर लगा कर थूक लगा कर चुत पे घिसने लगा वो सिसकारियां भरने लगी। मैंने हल्का सा जोर लगाकर अंदर कर दिया तो वो छटपटाने लगी और हाथ से मुझे पीछे धकेलने लगी , मैंने उसे चूमना चालू कर दिया और जोर लगाकर लण्ड को अंदर करना जारी रखा ,उसे दर्द हो रहा था। फिर मुझे लगा कुछ रोक रहा है अंदर जाने से तो मुझे खुशी हुई कि ये तो सील पैक है मैन जोर का झटका मारकर लण्ड पूरा अंदर कर दिया। उसके आंखों से आँशु आ गए। फिर मैं धीरे धीरे झटके मारने लगा, मैं जैसा जन्नत में था बहुत मजा आ रहा था। उसे थोड़ी तकलीफ हो रही थी लेकिन उसे भी बहुत मैक्स आ रहा था। कुछ देर बाद मैं धक्के मारते हुए झड़ गया। मैं उसके ऊपर ही पड़ा रहा। थोड़ी देर  बाद उसने मुझे नीचे किया और लंगड़ाते हुए बाथरूम गई और फिर वापिस आ कर कपड़े पहनने लगी तो मैंने मन कर दिया। उसने बोला की उसे शर्म आ रही है,मैंने बोला अ कैसी शर्म अब तो हमने सेक्स कर लिया ।और मैने उसे अपनी बाहों में खींच लिया। और फिर से चुमने चूसने लगा। उस रात हमने 3 बार चुदाई की। फिर अगले दिन भी दिनभर घूमने गए और पूरी रात चुदाई की अब सोना मुझसे खुल गई थी और कई बार तो उसने ही शुरुआत की और मुझे किश करती और मेरे लण्ड को सहलाने लगती । हमने अगले 2 दिनों तक खूब सेक्स किया और मजे किये फिर हम घर आ गए। यहा भी मौका मिलने पर हम चुम्मा चाटी करने लगते है और रात के समय चुदाई करते है।वो अब मुझसे प्यार करती है और मैं भी उसे बहुत प्यार करता हूँ।

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