हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मीनू है, में दिल्ली की रहने वाली हूँ और में पिछले कुछ सालों से SexStorian.com पर सेक्सी कहानियों के मज़े लेती आ रही हूँ, जिसको पढ़कर मेरी चूत की आग हमेशा बढ़ जाती है और चूत में लंड लिए बिना नहीं सकती। दोस्तों में बचपन से ही दिखने में बहुत ही सेक्सी और मेरी चूत बड़ी ही कामुक थी और मेरी बचपन से ही अपने भाई के साथ लिपटकर सोने की आदत है, इसलिए में हमेशा ऐसे ही सो जाती थी। दोस्तों पहले तो कुछ सालों तक जब तक में अपनी चूत को अपनी ऊँगली से या किसी भी चीज से शांत करती थी, तब तक सब कुछ ठीक था, लेकिन इस बार जब मेरा भाई घर आया, तब में पूरी तरह से बदल चुकी थी, क्योंकि में अपने मामा से अपनी चूत की चुदाई करवा चुकी थी और वो बाहर दूसरे शहर में एक होस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई करता है और पूरे दो साल बाद अब आया है।
अब मेरे मामा की उस दमदार चुदाई ने मेरी चढ़ती जवानी को पहले से ज्यादा अब और निखार दिया था, जिसकी वजह से 18 साल की उम्र में ही में बड़ी ही गदराए बदन की मस्त लड़की हो गयी। उस पहली चुदाई के बाद ही मेरे शरीर में बहुत परिवर्तन आ गया था और अब मेरा वो कमसिन कुँवारा बदन पूरी तरह से भर गया था, मेरे शरीर का हर एक अंग आकार में पहले से ज्यादा बड़ा हो गया था और अब में अपने भाई के साथ भी अपनी चुदाई का विचार अपने मन में लाकर सोचने लगी थी, क्योंकि मेरी चूत अब अपनी वैसी ही चुदाई के लिए दोबारा तरस रही थी, वो अपनी चुदाई के सपने मेरे भाई के लंड से देख रही थी। दोस्तों जब में पहली रात को अपने भाई के साथ ठीक वैसे ही सोई, में भाई से एकदम चिपक गयी और में अपनी तरफ से बस यही कोशिश करती रही कि मेरे भाई के लंड से मेरी चूत पूरी रात बस ऐसे ही चिपकती रहे और मेरे उभरते हुए गोलमटोल बड़े आकार के मुलायम स्तन भाई को बड़ा मज़ा देते रहे, में अपने मामा की आख़िरी चुदाई के बाद अब अपनी चुदाई करवाने के लिए बहुत तड़प रही थी और मेरी चूत बार बार अपने अंदर कुछ लेकर चुदाई के मज़े लेना चाहती थी और मेरा वो मचलता हुआ यौवन प्यासा था, इसलिए में भाई से चिपक चिपककर उसको बहकाने लगी और उसको अपनी चुदाई के लिए तैयार कर रही थी और मुझे पूरी उम्मीद तो बस यही थी कि मेरा सोचना और करना बस एक बार सफल हो जाए। उसके बाद तो मेरी चांदी हो जाएगी और यह विचार अपने मन में लेकर में बड़ी खुश थी और कुछ भी कर जाने के लिए एकदम तैयार थी और मुझे अपनी चुदाई के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा था।
अब मेरा भाई भी मेरे गुदगुदे रसभरे जवान होते हुए जिस्म का सुख भोगने लगा था और धीरे धीरे मेरी चढ़ती मादक जवानी का असर उस पर भी उसी पहली रात को हो गया और इसलिए उसने भी कुछ देर बाद जानबूझ कर मेरे सामने अंजान बनकर मुझे अपने से चिपका लिया, जिसकी वजह से अब उसका लंड एकदम कड़क हो गया था और में भी उसको ज्यादा जोश में लाने के लिए बार बार अपनी चूत को उसके लंड पर जानबूझ कर दबा दबाकर उसके साथ बातें करते हुए ना जाने कब ऐसे ही सो गयी। दोस्तों उन दिनों मेरी छाती पर मेरी उम्र का उठान साफ दिखाई देता था, क्योंकि दूसरी लड़कियों के मुक़ाबले मेरी शर्ट मेरी छाती वाले हिस्से से कुछ ज़्यादा ही उठी हुई और नुकीली थी और मेरे निप्पल भी बड़े ही नुकीले थे, इसलिए मेरी शर्ट पर हमेशा सभी की नज़रे रहती थी, जहाँ मेरा यौवन उभरकर इतरा रहा था, वहीं दूसरी तरफ मेरी स्कर्ट छोटी होती थी, जिसकी वजह से मेरी दूध जैसी गोरी और चिकनी चिकनी जांघे एक बार देखते ही सभी का दिल धड़का देती थी और मुझ पर हर किसी की नजर हमेशा रहती थी और ठीक वैसा ही हाल अब मेरे घर में मेरे भाई का भी हो रहा था, वो चुप जरुर था, लेकिन उसके मन में मेरे लिए क्या विचार थे, में उनको अच्छी तरह से समझ चुकी थी और में बड़ी खुश भी थी।
फिर अगले दिन में अपने स्कूल से आकर थकी होने की वजह से चुपचाप आकर लेट गई मैंने देखा कि मेरी अच्छी किस्मत से उस समय घर में कोई नहीं था और हम दोनों भाई बहन को चुदाई का तो इससे अच्छा मौका दोबारा नहीं मिलेगा और यह बात सोचकर मैंने एक तकिये को अपने मुँह पर रख लिया और में सीधी लेटी हुई थी और मैंने मन ही मन सोचा कि अगर भाई आएगा तो में देखूँगी कि वो मेरे साथ क्या हरकत करता है? और उसके बाद मेरा अनुमान एकदम सही निकला, क्योंकि वो भी मेरे साथ कुछ ऐसा ही करना चाहता था। अब कुछ देर बाद धीरे से मेरा भाई मेरे पास आ गया और उसने मुझे देखा कि में नींद में हूँ और जब उसको लगा कि में गहरी नींद में सो रही हूँ। तब उसने सही मौका देखकर मेरी स्कर्ट को पकड़कर ऊँची कर दिया और अब वो मेरी कमसिन और निखरती हुई गोरी जाँघो को देखने लगा और कुछ देर बाद वो अपने आपको रोक ना सका, इसलिए वो अब अपने एक हाथ से मेरी चिकनी गोरी गदराती जाँघो को सहलाने लगा और वो मेरे उभरते हुए योवन के मज़े लेने लगा। अब धीरे धीरे में भी उसके हाथों की गर्मी से बहकने लगी थी और उसी समय मेरी गरम होती हुई सांसो के बीच ही भाई ने मुझे अब छोड़ दिया और वो उठकर अब कमरे से बाहर चला गया। उसके बाहर जाते ही मैंने तुरंत अपनी शर्ट के ऊपर के चारों बटन को खोल दिया और में अब उसी लापरवाही से वापस लेट गयी। फिर थोड़ी देर के बाद भाई वापस आ गया और वो मेरी उठी हुई स्कर्ट से चमकती मेरी गोरी गोरी नंगी जांघे घूरकर देखने के बाद मेरी चिकनी चिकनी जांघो को वो एक बार फिर से सहलाने लगा और बोला मीनू, तो में कुछ नहीं बोली तो उसको लगा कि में अब भी गहरी नींद में हूँ, इसलिए वो धीरे से फुसफुसाया, हाए कैसी कसी हुई जांघे है मीनू और वो मेरी चिकनी जांघे अपने हाथ से सहलाकर मज़े लेते हुए कहने लगा, वाह कितनी गदरा गई है मीनू कितना चिकना और मुलायम बदन है तेरा, मीनू वाह मज़ा आ गया, काश में एक बार तेरे छोटे छोटे सख़्त निप्पल को चूसता और तेरी छोटी सी कुँवारी चूत को चोदता, हाए मीनू कैसे ऊहहम्म ऊहम्म करके कसमसाएगी, मेरी मीनू तेरी चूत कितनी कसी कसाई होगी एकदम टाईट? दोस्तों अपने भाई की हरकतों से मेरे प्यासे बदन में जैसे आग लगा दी थी और में उसकी जोश भरी बातें सुनकर अंदर ही अंदर जैसे जलने लगी थी और फिर भाई ने मेरी खुली हुई शर्ट पर ध्यान दिया तो वो तुरंत समझ गया कि मैंने ही जानबूझ कर अपनी शर्ट के बटन खोले है और उस वजह से उसकी हिम्मत अब बढ़ गयी थी और वो बोला मीनू, लेकिन में कुछ नहीं बोली और उसने धीरे से मेरे उभरते हुए बूब्स पर अपना एक हाथ रखकर घुमा दिया, ओह्ह्ह्हह्ह भगवान कितने दिनों के बाद मुझे ऐसा मज़ा आया, में अब चुपचाप नहीं रह सकी। फिर जब भाई ने मेरे निप्पल को दबा दिया, तब मेरे मुँह से सस्स्स्स्शाा निकल ही गया। फिर भाई ने मेरे मुँह से वो तकिया हटाया और बोला कि चल मीनू आज में तेरी चढ़ती हुई जवानी को असली मज़ा दे दूँ, बहुत दिनों से किसी से चुदने के बारे में सोच रही होगी ना? तब मैंने अपने भाई से लिपटकर कहा कि हाँ भाई तुमने बिल्कुल सही कहा, मुझसे अब नहीं रहा जाता है, भाई तुम मुझे जमकर प्यार करो और प्लीज अब मुझे ज्यादा मत तरसाओ। दोस्तों ये कहानी आप SexStorian.com पर पड़ रहे है।
फिर भाई ने मुझे तुरंत अपनी गोद में उठा लिया और वो मुझे मेरे बेडरूम में ले गया। उसके बाद उसने मुझसे पूछा कि तुम इतनी सेक्सी कैसे हो गयी हो मीनू? यह बात कहने के बाद भाई मुझे पागलों की तरह चूमने लगा और उसको बहुत अच्छी तरह से पता है कि मेरे जैसी कम उम्र की लड़कियों का बदन कितना मस्त होता है? तभी तो जो भी लोग यह बात जानते समझते है, वो हमेशा स्कूल गर्ल्स की चुदाई करने की इच्छा हमेशा अपने मन में रखते है। अब उसने मेरी स्कर्ट को पूरा नीचे उतार दिया और उसके साथ में मेरी शर्ट को भी उतारकर फैंक दिया। उसके बाद मेरे सख़्त और नुकीले बूब्स को देखकर भैया से अब रहा नहीं गया और वो मेरे तने हुए बूब्स को चूमने चाटने लगा, भाई मेरे स्तनों को अपने मुँह में पूरा भरकर चूस रहा था, क्योंकि मेरे छोटे छोटे समोसे जैसे बूब्स उसके मुँह में पूरे समा रहे थे और वो मुझे मौका नहीं दे रहा था। अब मेरे स्तनो को अपने हाथ में मसलते और निप्पल को चूसते हुए भैया बोला हमम्म मीनू वाह बहुत मस्त मजेदार है तुम्हारे यह दोनों निप्पल यार, इनको छूकर मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे यह कोई गुलाबी रसभरी आईसक्रीम हो और तेरे निप्पल जैसे आईसक्रीम के कोन पर चेरी रखी हो। अब में उससे कहने लगी कि तुम इस चेरी को चूसो भैया, आहह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ बड़ा मज़ा आता है। तभी वो मुझसे पूछने लगा किसमें मीनू? तो मैंने कहा कि इस चेरी को चुसवाने में भाई। फिर वो बोला कि अरे तू अभी रुक जा मीनू में चूत को भी चादूँगा तो तुझे और भी ज्यादा मज़ा आएगा, लेकिन तू जब चुदेगी तब कितना मज़ा आएगा, तुझे नहीं पता मीनू? अब मैंने उससे पूछा क्या भाई चुदाई में और भी ज्यादा मज़ा आता है? वो कहने लगा कि चुदाई के समय चूत में बड़ी गुदगुदी होती है और बड़ी खुजलाहट होती है, मीनू लड़कियों की चूत में बहुत मस्ती मज़ा होता है, अरे बदकिस्मत है वो लड़की जिसने अपनी चूत कभी नहीं चुदवाई।
फिर थोड़ी देर के बाद भाई ने मेरी मरमरी चिकनी चिकनी जांघे चूमी और भाई पागलों की तरह मेरी दोनों गोरी जांघो को अपने मुँह से सहला रहा था और चूम रहा था और फिर धीरे से भाई ने मेरी पेंटी को भी खींच दिया और बड़बड़ाने लगा, हाययए ईयीई मीनू कैसी अनछुई कली है तू। दोस्तों भाई मेरी बिना बालों वाली अधखिली गोरी गुलाबी चूत को घूर घूरकर देखता ही रह गया और भाई ने मेरे पूरी चूत को अपने हाथों में भर लिया और उसने मेरी पूरी चूत को दबा दिया और बोला कि हाए मीनू मेरी बहन तू वाह क्या मस्त चीज़ है, तेरा क्या मस्त गोरा सेक्सी बदन है, तू बिल्कुल एक चटकती मस्त कली है, हमम्म ससस्स। अब भाई ने मेरी दोनों जांघे बड़े ही प्यार से चूमी और सहलाते हुए उसने मेरी दोनों जाँघो को पूरा फैला दिया। उसके बाद भैया ने मेरी कमसिन कच्ची कली की खुशबू सूँघी हमम्म हाह्ह्हहह वाह मीनू कुँवारी कली की कुँवारी खुशबू हाए मेरी बहन वाह कितनी मस्त है और में हमेशा बाहर की लड़कियों को चोदता रहा और अब भैया ने ध्यान से मेरी फैली हुई जाँघो के बीच में देखा, जहाँ मेरी चढ़ती जवानी का रसीला छेद है, मेरी चूत की कली एकदम कसी हुई थी और उसकी दोनो फांके आपस में चिपकी हुई थी। फिर भाई ने धीरे से मेरी चिपकी हुई फांको को अपनी एक उंगली से रगड़ दिया, सस्सस्स हहााआ उईईईईइ भैया आह्ह्ह्हह और फिर भैया ने मेरी कोई भी बात नहीं सुनी और वो मेरी गुदगुदी चूत को चाटने में जुट गये और उन्होंने मेरी नंगी चिकनी चूत की कली पर धीरे से अपनी जीभ को चला दिया और में सीईईईईइ आईईईई मस्ती में सिसक उठी, हाए कितने दिनों के बाद कोई मेरी चूत को चाट रहा था। करीब चार पांच महीने से मैंने अपनी चूत को नहीं चटवाया था।
पहले मामा ने मेरी चूत को बहुत मज़े से चाटा था, लेकिन अब भाई से अपनी चूत को चटवाने में मुझे और भी ज्यादा मज़ा आ रहा था। फिर जब भाई थोड़ी देर के लिए रुक गया, तो में उससे बोली हाए उफफ्फ्फ्फ़ प्लीज भैया चूसो ना तुम ऐसे रुक क्यों गए? अब भाई ने मेरी चूत को पूरा अपनी हथेली में थाम लिया और वो मुझसे पूछने लगा, क्या इतनी खुजली हो रही है मीनू? में बोली हमम्म्म हाँ भाई प्लीज चूसो ना आह्ह्ह और उसी समय भाई ने मेरी चूत की दोनों फांको पर अपने होंठ रख दिए और वो मेरी कसी हुई चूत के होठों को अपने होंठ से दबाकर बुरी तरह से चूसने लगा और में तो बस कसमसाती रह गयी, में तड़पती मचलती आहह उह्ह्ह्ह भैया उईईइ आहह्ह्ह और भाई चूस चूसकर मेरी अधपकी जवानी का रस पीता गया, मेरी कच्ची कली का वो कच्चा रस उसको भा गया और वो बड़ी देर तक मेरी 18 बरस की छोटी सी चूत से चिपका रहा। अब में बार बार उससे कहने लगी, प्लीज छोड़ दो भैया आईईईईइ उईईईइ में अब मर जाउंगी, में रोने सी लगी और तब जाकर उसने मुझे छोड़ा और तब तक वो मेरी चूत को छूने लगा, मेरा सारा रस बहकर उसकी मुठ्ठी से बहने लगा और अब भाई चटकारे लेकर मेरी चूत रस के मज़े लेने लगा और वो बोला कि मीनू हमम्म मेरी जान बड़ी छोटी सी चूत है तेरी, लेकिन है बहुत रसदार, तुझे पता है जब तू चुदेगी तो तुझे और भी ज्यादा मज़ा आएगा, पूछ क्यों? मैंने पूछा हाँ वो क्यों? तब वो बोला कि क्योंकि मीनू कसी हुई एकदम टाईट चूत में लंड एकदम फिट बैठता है और वो अंदर जाकर बिल्कुल कस जाता है और उस वजह से चुदाई में बड़ा मज़ा आता है और मैंने कई बार तेरे जैसी कुँवारी कलियों की सील तोड़ी है, कच्ची उम्र में जब भी कोई लड़की अपनी चुदाई करवाती है तो उनकी चूत में बेहद कसावट होती है और चुदाई करवाते हुए वो कसमसाती हुई चिल्लाती भी है, फिर उस समय मुझे बड़ा मज़ा आता है और आज में तेरी भी चूत की सील जरुर तोड़ दूँगा, हमम्म्म। दोस्तों मेरा भाई अपनी कुँवारी बहन की चूत को चोदकर उसकी चुदाई के मज़े लेना चाहता था, लेकिन मेरे भाई को नहीं पता था कि में पहले से ही अपनी चूत को चुदवाकर सील को तुड़वा चुकी हूँ, मेरी चूत अब कुँवारी चूत नहीं थी, वो पहले से ही लंड के पूरे मज़े ले चुकी थी। अब भैया ने कहा कि मीनू तेरी कुँवारी चूत आज मेरे साथ जोश और मस्ती में डूब जाएगी, जिसकी वजह से तुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगेगा और मुझसे इतना कहकर भैया ने अपने कपड़े उतार दिए और जब उन्होंने मुझे अपना मोटा तगड़ा लंड दिखाया तो मेरी आखें फटी की फटी रह गई, क्योंकि वो मामा के लंड से बहुत बड़ा और एकदम सीधा तनकर खड़ा था, मेरे मामा का लंड थोड़ा सा पतला और टेढ़ा भी था। अब भैया ने अपना भीगा हुआ चिकना लंड मुझे दे दिया और में उसको धीरे धीरे प्यार करने लगी, वो रस से पूरा चिकना हो गया था। मैंने उसको अपने मुँह में लेना भी चाहा, लेकिन मेरे छोटे से मुँह में वो नहीं आया।
फिर भाई ने अपना भीगा हुआ लंड मेरे स्तनो पर सहला दिया और मेरे नुकीले तने हुए निप्पल भाई के लंड से सिहर उठे, सस्स्सस्स आह्ह्हह्ह भाई मेरे निप्पल को अपने लंड के चिकने गरम रस से मसलकर सहलाता रहा। फिर वो उठकर अब मेरी जाँघो के पास गया और मेरी ठोस चिकनी जाँघो को सहलाते हुए उसने अपना लिंग मेरी चूत की दरार पर फिसला दिया, ऊईईईईइ सस्स्स्स्सस्स में मचल गयी, मेरी चूत की कसी हुई फांको पर अपने लंड से रगड़कर भाई ने मेरी कसी कसाई फांको को दूर किया और वो बोले वाह क्या चीज़ है मीनू, हाए मेरी बहना की इतनी कसी चूत एकदम ताज़ा चूत है, ऐसा कहते हुए भाई ने धीरे से मेरी चूत में अपने लंड को धक्का दे दिया, जिसकी वजह से में कसमसा उठी, क्योंकि आज बड़े दिनों के बाद कुछ मेरी चूत के भीतर घुस रहा था, लेकिन में भी तो उसको अपनी चूत में डलवाने को बड़ी बैचेन थी। अब भाई ने मेरे गोरे बदन को सहलाते हुए मुझसे कहा कि मीनू पहले तुम्हें थोड़ा सा दुखेगा जरुर, लेकिन फिर तुम्हें इस चूत में बहुत मज़ा आएगा। अब भाई धीरे धीरे धक्के देकर अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा, मेरा भाई अपनी छोटी बहन की चूत में अपना लंड डाल रहा था। दोस्तों आप सोचिए वो कितना मस्त सीन था, एक 18 बरस की स्कूल गर्ल अपने 23 साल के भाई के साथ पूरी नंगी होकर उस बिस्तर पर अपनी चुदाई का मज़ा ले रही थी।
अब भैया ने मेरे नरम, गुलाबी होंठो को चूमा और उनका चिकना लंड मेरी चिकनी गरम रसभरी चूत में अंदर सरकाने लगा, जिसकी वजह से मुझे अब दर्द भी होने लगा था। मेरे भाई का आधा लंड बाहर ही था और आधा मेरी चूत के भीतर था, वो अपने आधे लंड को ही अंदर बाहर करने लगा, जिसकी वजह से मेरी चूत का रस और उसके लंड के रस का गीलापन ला सके और चुदाई में आसानी हो सके। फिर भैया ने मेरे निप्पल को चूमा और फिर चूसते हुए धीरे धीरे लंड को वो और भी अंदर डालने लगे और अब मेरी तकलीफ़ पहले से ज्यादा बढ़ती जा रही थी, लेकिन मुझे उस दर्द में भी बहुत मज़ा आ रहा था और में कसमसा रही थी ऊवन्न्ंह ऊओन्नह आआहह ऊईईईईइ भैया, लेकिन सही में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। उस दिन महीनों बाद मेरी उस प्यासी चूत को कुछ मिला था, में कहने लगी उउउन्न्ञ भैया अब रुक जाओ ना मुझे दुख रहा है। फिर वो बोला कि बस मीनू थोड़ी देर के बाद तुम्हें भी मज़ा आने लगेगा और फिर धीरे धीरे भाई ने अपना पूरा लंड अपनी बहन की छोटी सी चूत में डाल दिया और वो सुकून से बोला बस मीनू पूरा अंदर है, अब देख तू तेरी चुदाई शुरू होगी। अब भाई ने सबसे पहले मेरे निप्पल चूसे। फिर धीरे धीरे अपना लंड बाहर खींचकर एक बार फिर से धीरे से घुसा दिया और इस तरह वो बड़ी ही धीरे धीरे अपनी प्यारी बहना को चोदने लगे, उन्न्ह आअहह आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ भैया आईईईई भैया हंणन्न् ऊऊहह्ह्ह्ह, में अब मज़े लेकर चुदवाने लगी और भाई भी मेरी टाईट चूत में अपने एकदम फिट लंड से मुझे चोदने का आनंद लेने लगा। थोड़ी देर के बाद में जब चूत और लंड रस से भीगकर चिकनेपन के कारण आसानी से घिसने लगे और भैया ने अपनी स्पीड को भी बढ़ा दिया और में भी उस दर्द को झेलते हुए धक्के दे देकर चुदाई के मज़े लेने लगी और में अब अपने भाई के साथ मिलकर बहुत उछलकूद करते रहे हुए मज़े ले रही थी और मेरा भाई ज़ोर ज़ोर से पंपिंग करते हुए अब मेरे निप्पल को भी चूस लेता और फिर मेरी चूत में बहुत तेज़ खुजली सी हुई और गुदगुदाहट के साथ मेरी चूत अपने रस से भीग गयी, बस बस भैया आह्ह्हह्ह्ह् अम्महह्ह्ह्ह में जैसे बिल्कुल शांत हो गई।
फिर थोड़ी देर के बाद भाई ने फिर से धक्के दिए और मेरी चूत के भीतर उनका गरम गरम लावा टपक पड़ा और भाई ने मुझे सहलाते हुए मुझसे पूछा क्यों मीनू तू ठीक है ना मेरी जान? तो मैंने कहा कि हाँ भाई, तो भाई ने फिर थोड़ी देर बाद मुझसे पूछा पहले कि तू मुझे यह बता कि इससे पहले तू किसके साथ खेली है? में अब उसको चकित होकर देखती रह गयी, मुझे पहले से ही पता था, अब बता दे मीनू में बुरा नहीं मानूंगा, इस जवानी की मस्ती में चुदाई नहीं होगी तो क्या होगा? फिर मैंने उसको सब कुछ सच सच बता दिया, क्योंकि उस बात से क्या फर्क पड़ता है, जब भाई अपनी बहन को चोद सकता है तो मामा अपनी भांजी के मज़े क्यों नहीं ले सकता? दोस्तों अब में भाई के साथ बिल्कुल आज़ाद हूँ और आज में 21 बरस की हो गयी हूँ, लेकिन भाई मेरे साथ बहुत मज़े लेकर खेलता है और में भैया से बहुत बार अपनी चुदाई करवाती हूँ। एक बार हम दोनों ने बारिश में भीगते हुए भी चुदाई का खेल खेला है और बाथरूम के पानी में भी हमने चुदाई के मज़े लिए है ।।