Sex Ki Ek Anokhi Dasta

हेलो दोस्तों, इट्स मी सूदू अगेन. इस बार मेरी स्टोरी एक कचरे वाली के बारे में है. इट इस ऐ ट्रू स्टोरी, चाहे आप मानो या ना मानो. आप सोच रहे होंगे, कि मैं एक कचरे वाली की साथ सेक्स किया? शिल्पा नाम है उस कचरे वाली का और जब हवस बढ़ने लगती है और सामने एक मस्त औरत मिल जाए, तो वारे-न्यारे हो जाते है. और चोदने से काम का क्या तालुक? हमें तो चूत और बूब्स से मतलब है. उसकी हाइट ५’२” थी और उसके मम्मे बहुत मस्त थे. वो एक मस्त स्लिम और मस्त फिगर की मालकिन थी. उसकी बॉडी का सबसे बेस्ट पार्ट तो उसके बूब्स थे, जिन पर मैं फ़िदा था. मैंने उसे एक बार अपने एरिया में सुबह-सुबह देखा था, जब मैं जॉगिंग करने के लिए लिए निकला था.
उसने साड़ी पहनी थी और उसके बूब्स उसकी टाइट ब्लाउज से उभरकर बाहर आ रहे थे. जिस वजह से साइड से उनका व्यू एकदम मस्त दिख रहा था. मैं तो उसके बूब्स को घूर रहा था, कि अचानक उसकी नज़र मुझपर पड़ी और उसने पानी साड़ी के पल्लू से उसके बूब्स को छिपाने की कोशिश करने लगी और फिर मेरी ओर देखने लगी. उसकी नज़र में एक शरारत सी छुपी हुई थी, जिसे मैने तुरंत ताड़ लिया. फिर वो आगे बढ़ गयी और अपनी सहेली को बोली – वो मेरे बॉल्स को घूर रहा था और दोनों हसते हुए आगे निकल गये. फिर मैं रोज़ सुबह उसका इंतज़ार करने लगा.
एक दिन जब मैं टहल रहा था, तो वो आई और साइड में पढ़े हुए कचरे को उठाने लगी. उसी वक्त उसका पल्लू नीचे गिर गया और उसके खुबसूरत खोल स्तनों के मुझे दर्शन हो गये. मेरा दिल तो खुश हो गया और लंड टाइट हो गया. जो की मेरे लोअर के ऊपर से साफ़ दिखाई दे रहा था. फिर जब वो अपने पल्लू को संभाल रही थी, तब उसकी नज़र मेरे लंड की तरफ गयी और फिर मेरी तरफ. उसके चेहरे पर एक हलकी सी स्माइल थी. मुझे कुछ-कुछ होने लगा. मैं सीधे घर गया और उसके बूब्स को याद करके हिलाने लगा. आह क्या मस्त बॉल्स थे, मन कर रहा था, कि उनको खा जाऊ.
फिर हमारी ये देखा-देखी रोज़ चलने लगी. एक दिन वो अकेली कचरा उठाने आई और मैने सोचा, ये ही मौका है उससे मज़े लेने का. तो मैने उससे पूछा – क्या आप शराब की बोटल ले जाना चाहते हो? वो बोली – हाँ. कहाँ है? उन्हें मैं कबाड़ी वाले के पास देके कुछ पैसे ले लुंगी. तो मैने कहा – थोड़ी आगे झाड़ियो के पीछे रोज़ कुछ लोग शराब पीते है. जिस वजह से वहां बहुत सारी बोटल पड़ी है. तुम जितनी चाहो, ले लो. इससे तुम्हे पैसे भी मिल जायेंगे. और कुछ कचरा भी साफ़ हो जाएगा.
तो वो बोली, कि तुम मुझे वो जगह दिखा दो. मैने उसे वहां ले गया. सुबह का समय का था और वहां कोई नहीं आता था. मैने उसे वहां ले गया और रास्ते में उसके बूब्स की तरफ नज़र डाल रहा था. मेरा लंड तो फटा जा रहा था. मेरे बदन की प्यास बढ़ गयी थी और मैं किसी अच्छे से मौके की तलाश में था. हम वहां पहुच गये और जैसे ही वो नीचे कचरा उठाने के लिए झुकी, मैने उसे दबोच लिया और एक हाथ से उसकी गांड मसलने लगा और दुसरे से उसके बूब्स. वो मुझसे अपने आप छुड़ाने लगी और मैं उसे अपनी ओर खीच रहा था और उसके स्तनों पर हमला कर रहा था.
फिर उसकी साड़ी ऊपर कर दी और उसकी चूत में ऊँगली करने लगा. अचानक से ऊँगली अन्दर जाने से वो चीखी आआआआआआअ .. छोड़ मुझे, क्या कर रहा है? मैने कहा – रुक जा साली, तेरी चूत मारनी है मुझे. वो मुझसे दूर जाने लगी. फिर मैने उसे कस के पकड़ लिया और उसे चूमने लगा. मैं उसकी चुचिया बड़ी ही बेरहमी से मसल रहा था. थोड़ी खीचातानी के बाद, जब वो काबू में आई; तो मैने महसूस किया, कि वो भी मज़े ले रही थी.
फिर, मैने अपना लंड बाहर निकाला और उसे उल्टा घुमा कर झुका दिया और अपने लंड पर थूक लगा कर उसको गीला और चिकना कर लिया. फिर मैने अपने लंड को सीधे उसकी चूत में पेल दिया. वो जोर से चीखी आआआआअ ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआआ बता तो देता. फुफुफुफु अहः अह्हह्ह्ह ऊऊऊ ऐऐऐअ मा…. दुःख रहा है. मैने एक धक्का और लगाया और कहा कि, चुप रह साली, टाइम नहीं है और मैने धक्का लगाना और तेज कर दिया. उसकी चीख और दर्द को नज़रंदाज़ कर दिया. वो दर्द से तड़प रही थी और उसकी सिसकिया तेज हो रही थी अहहः … अहहहः …. आराम से कर मादरचोद … सीसीसी .. ऊइउइउइउ माँआया .. मेरी चूत …आहाहाहा ईईईईईई .. मार डाला इस हरामी ने ….
१५ मिनट बाद जब मेरा निकलने वाला था, तो मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी और पागलो की तरह धक्का लगाने लगा. वो कहती रही अहहहः … बस कर …अहहहः …ऊऊ … मेरी चूत बहुत दर्द कर रही है. रुक जा. बस कर .. और मत कर ..अहहहहः .. औऔऔऔ .. आखिर में मैने अपना माल उसकी चूत में छोड़ दिया और अहहः करते हुए मस्त आहे ली. वो भी आआआआआ करती हुई जमीन पर गिर गयी और लेट गयी. वो रोने लगी, कि मैने उसकी चूत की बुरी हालत कर दी.
मैने फिर उसकी चूत चाटनी चालू कर दी और फिर थोड़ी देर बाद अपना लंड हिलाने लगा और उसके मुह में देके आगे-पीछे करने लगा. थोडा हिलाने के बाद, अपना स्पम उसके मुह में छोड़ दिया. फिर उसे उठाया और उसने अपनी साड़ी सँभालते हुए कहा – कि तेरा लंड तो बड़ा और मोटा है. लेकिन इसने मेरी मनोकामना पूरी कर दी. कमीने लेकिन इतनी जल्दी करेगा तू मुझे … ? किसी दिन टाइम मिले, तो बताना. हम लोग चुदाई करेंगे..
मैंने झटके से कहा – मेरी रंडी राज साम को ही कर लेटे है, यहीं पर. उसी दिन शाम को वो वहां पर आई और हम वहां पर बैठ गये. मैं उसे किस करने लगा और उसके बदन पर अपना हाथ फेरने लगा. मैं उसके हर एक अंग को किस कर रहा था. १५ मिनट के फोरप्ले के बाद, मैंने उसके ब्लाउज को उतारा और अपना लंड उसकी ब्रेस्ट के बीच में रख दिया और आगे-पीछे करके हिलाने लगा, तो कभी उसके बूब्स को हिलाने लगा. फिर मैने उसे अपनी गोद में उठा लिया. और उससे कहा – मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपने चूत के छेद पर रख दे. वो मेरे लंड को अपनी चूत के छेद पर लेजाकर रगड़ने लगी और आहे भरने लगी अहहहः अहहहः ऊऊऊऊ. फिर उसने छेद पर रखा और मुझे इशारा किया. मैने इशारा मिलते ही, एक जोर का झटका मारा और मेरा लंड अन्दर चले गया और वो चीखी ऊऊईईईईइ माँआआआ .. आराम से कर. फिर मैं उसे उचकते हुए चोदने लगा.
वो मदहोश होने लगी और सिसकिया भरने लगी. जिससे मैं और भी एक्साइट हो गया और उसकी ठुकाई और भी जोर से करने लगा. वो आहे लेती रही .. ओहोहोह्होहो ऊऊऊऊ ह्ह्ह्हह्ह …ऐऐऐऐऐ … और कर ..और कर ..और जोर से ..अहहहः मुझे चोद और जोर से चोद .. बस चोदता रह. मेरा मन खुश कर दे. मेरा चुतिया पति तो बेवड़ा है, दारू पी कर सो जाता है और कुछ नहीं कर पाता. अहहाह अहहह्ह उईईईई ..उसने अपनी आँखे बंद कर ली और मैं उसे पेलता रहा. थोड़ी देर बाद, उसे नीचे उतारा और उसके स्तनों पर टूट पड़ा. मैने एक्स्सित्मेंट में उसकी चुचिया काट दी. वो चीखी .. अहह्ह्ह्ह कुत्ते ..काट मत. मैंने उसे सॉरी कहा और उसके पैर को फैला दिया. फिर मैने अपने लंड को निशाने पर रखा और अन्दर धकेल दिया. वो प्यारी सी सिसकिया लेने लगी. आआआआअह्ह्ह हम्म्म्म उम्म्म्मम्म सिसिसिसिसी ..मैं अपने हाथो से उसके बूब्स का दीदार कर रहा था.
फिर मैं बैठ गया और वो मेरे ऊपर आ गयी. मैं अपनी जीभ से उसकी गांड को चाट रहा था. उसकी चूत में लंड घुसा के अपनी ऊँगली से उसकी गांड को उचकाने लगा. उसके स्तन उछल-उछल के मेरे मुह पर लग रहे थे और वो आहे भर रही थी. मेरा जोश बढ़ने लगा था और मैने उसे एक पैर पर खड़ा किया और दूसरा पैर अपने कंधे पर रखा. अब मैने अपना लंड उसकी चूत में डाला और उसकी चुदाई कर रहा था. मैं उसको जोर-जोर से चोद रहा था और वो अहहहहः .. हम्मम्मम्म .. ओयोयोयोय ..करके चिल्ला रही थी और बोल रही थी .. चोद मुझे साले .. चोद मदरचोद .. मैं रांड हु…चोद. अहहहः अहहहः ..मुझे मज़ा तो आ रहा था, लेकिन मेरा लंड दुखने लगा था.
लेकिन, मैं अभी भी उसे बेकाबू होकर उसे चोद रहा था. फिर मेरा माल निकलने वाला था. सो मैने अपना लंड झट से निकाला और उसके मुह में घुसेड दिया और वहीँ हल्का हो गया. उसने मेरा स्पम पूरा का पूरा पी लिया. फिर हम दोनों किस करने लगे और थककर वहीँ गिर पड़े. बहुत समय निकल चूका था और अचानक से उसकी सहेली आ गयी. उसने हमें नंगा देख लिया और फिर क्या.. वो भी गरम होने लगी और मैने उसे भी पेल दिया. मैने उसकी गांड मारी और वो बेचारी दर्द से तड़प रही थी. फिर उसे उल्टा करके उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरे लंड से खेलने लगी. दो औरतो को चोद के मेरे मन को बड़ी शांति मिली.

आपको कैसी लगीं? कृपया कमेंट के माध्यम से बताएं और यदि आप भी इनके कोई रोचक किस्से जानते हों तो हमें ज़रूर भेजें.

यदि आपके पास Hindi/English में कोई article, story, essay  या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे E-mail करें. हमारी Id है:sexstorian@gmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम के साथ यहाँ  PUBLISH करेंगे. Thanks!
4.7/5 - (3 votes)

error: Content is protected !!