ऑफिस में चुदाई की कहानियाँ

नौकर के साथ सेक्स चुदाई की कहानी – Part 02

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ऑफिस में चुदाई की कहानियाँ

रात मे 11 बजे थे की मेरी नींद टूटी मुझे साफ एहसास हुआ जैसे मेरी नाइटी मेरे सीने तक है और मेरी पैंटी भी मेरे पैरो से नीचे मैं एकदम से फील की जैसे कोई अपने जीभ मेरे चूत मे डाल रहा था .. मैं झटके से उठी और अंधेरे मे ही ज़ोर का धक्का दे कर मैं लाइट जला दी | मेरी आखो पर मुझे यकीन नही हुआ सामने मेरे छोटू था

बिना शर्ट के और केवल अंडरवेयर मे छोटू एक झटके के मेरे पास आया और मेरे मूह पर अपना हाथ रख दिया और मेरे उपर ही बैठ कर एक रुमाल से मेरे मूह को बाँधने लगा जिससे मे शोर ना करू और फिर झुक कर मेरे बूब्स को अपने मूह मे ले कर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा | मेरे दोनों बूब्स को अपने हाथों से पकड़ लिया और अपने होंठों को उसके चूचुकों को चचोरने लगा।

छोटू किसी भूखे कुत्ते की तरह निहार रहा था उसकी आखो मे पहले कभी इतना वासना नही देखी थी मैं अपने आप को आज़ाद करने की कोशिश की तभी छोटू ने एक ज़ोर का तमाचा दे मारा मुझे एक ही तमाचे मे चाँद तारे नज़र आ गये| छोटू एकदम गुराता हुआ बोला : आवाज़ निकली तो जान से मार कर मैं तेरी चूत मारूँगा कुतिया तमाचा मरने से रुमाल निकल गया था मैं छोटू से बोलू.. क्या कर रहे हो छोटू भैया आप इस तरह का गंदा काम सोच भी कैसे सकते है|

छोटू: सोचा तो मैं नेपाल मे पर लेने के लिए दिल्ली आना पड़ा जानेमन मैं: मैं मा को बता दूँगी पापा से बोल दूँगी और पापा आप को पोलीस मे दे देंगे छोटू: बोला अपनी मा को वो भी सो रही है उससी द्वा से जिससे तू आज दिन भर सोई और में तेरे नंगे बदन से दिन भर खेला मेरी जानेमन तेरे जिस्म के कोने कोने को मेरे होंठ ने चूमा है पर .चुदाई नही किया जानती है क्यू? मैं: झेप गयी थी

आखे नम छोटू: क्यूकी चुदाई का मज़ा सिसकियो मे होता है और मेरे लंड से जब तेरी चूत फटेगी तो उस दर्द को मैं सुनना चाहता हूँ तुमको सिसकता देखना है और तेरी बेबसी मेरे लंड को महसूस करना है मैं छूटने के लिए तड़पने लगी छोटू ने मुझे दबा कर रखा और मुझे हिलने भी नही दे रहा था पर मे ज़ोर लगा रही थी.. तभी फिर से एक तमाचा इस बार मुझे बिहोशी आने लगी| सन्न रह गई जो मुझे बचपन से इतना खिलाया वो मुझसे खेलना क्यू चाहता है छोटू की पकड टाइट थी। वो खीचते मुझे बेड के कोने तक लाया और मेरे हाथ को बिस्तर के पाये से बाँधने लगा "साली, अपना मर्द जैसा मान मुझे से इसी बिस्तर पे तेरी चूत बजेगी |

रोज खिडकी से देखता हूँ साली के बदन को। आज इसी बिस्तर पे अपनी रसीली चूत हमे भी चटा दे" छोटू बडी बेशर्मी से बोला। मेरी की आँखो से आँसू बह निकले। मैं चिल्लाने लगी "बचाओ, बचाओ" छोटू: हाँ हाँ चिल्ला बेटीचोदवाली, देखते है तेरी चूत बचाने कौन आता है साली गरम रंडी। मैं लगातार रोये जा रही थी और छोड देने की विनती किये जा रही थी। “देखो मुझे छोड दो, मै तुम्हे माफ कर दूँगी भोला। मुझे गंदा मत करो। ये पाप है। मै बर्बाद हो जाऊँगी" छोटू: बर्बाद होगी तो हो जा पर मुझे आज तेरे अंदर आना है देख तेरे लिए कितना तेयार है

मेरा लंड ( ये बोल कर उसने अपना अंडरवायर निकाला मुझे अपनी आखो पर यकीन नही हुआ ये मुमकिन नही हो सकता कम से कम 12 इंच का लंड और 3-4 मोटा छोटू मेरे बूब्स को निचोड़ निचोड़ कर चूमता काट लेता कभी चूत चूमता तो कभी जीभ से चुदाई करता सच तो ये है की मैं दिल से ये सब पसंद कर रही थी पर दिमाग़ लगातार मुझे ये सब रोकने को बोल रहा था छोटू ने मेरी चूत में ऊँगली करना चालू कर दिया| मैं उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म अह्हह्हह्हह्हह क्या कर रहे हो कहने लगी |

2 मिनट बाद मेरी पूरी चूत गीली हो गयी लगा जैसे सास मे आग लगी हो आवाज़ ठीक से निकल नही रही थी छोटू ने एक बार मेरे मूह मे लंड डालने की कोशिश की मैं दाँत लगाने का सोच ली पर एकदम से छोटू रुक गया और मेरे दोनो पैरो को वी जैसे खोल कर मेरे पैरो के बीच आ गया .. उसने जैसे ही अपने लंड का टोपा मेरी चूत के मूह पर रखा मुझे लगा जैसे किसी ने गरम सरिया टच कराया हो मैं चूत हटाने लगी और कमर को मूव करती ताकि लंड पेल ना सके.. पर कब तक मैं अपनी खेर मानती छोटू मेरे उपर चढ़ गया और अपने हाथ से अपने लंड का टोपा मेरी चूत पर रखा और बोला बोल पेल दू तुमको …

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