Bahut Mushkil Se Chodi Senior Ki Chut
हैलो दोस्तों मैं अनिकेत उम्र 20 साल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला लण्ड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा आप सभी का स्वागत करता अपनी पहली सैक्स की कहानी के साथ । तो ये कहानी शुरू होती है जब मैं क्लास 9 में था और मेरे छमाही परीक्षा में सीट एक लड़की के साथ फिक्स हुई दोस्तों आप सभी को बता दूं कि वो लड़की मेरी सीनियर थी जो क्लास 11 की थी उसका नाम नैंसी और दिखने में ठीक ठाक ही थी । एग्जाम देते देते ही हमारी अच्छी दोस्ती हो गई और वो मन ही मन मुझे पसंद भी करने लगी लेकिन मुझे वो पसंद नही थी क्योंकि मुझे अपनी ही क्लास की एक लड़की पसंद थी को काफी खूबसूरत थी । इसी के साथ हम उस साल पास हो गए और नए साल में पहुंच गए इत्तेफ़ाक से क्लास 10 के छमाही पेपर में भी मेरी सीट नैंसी के साथ ही बनी हमारे बीच फिर काफी सारी बातें वगेरह हुई लेकिन अभी ऐसा वैसा कुछ नहीं था और न ही मेरा उसके साथ कुछ करने का इरादा था । उसी साल पेपर के कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन भी था तो मैंने एक छोटी सी पार्टी अपने घर पर रखी और उस पार्टी में मेरे सभी दोस्त आए और हमने खूब मज़ा किया जाते हुए सभी ने गिफ्ट दिए लेकिन एक दोस्त ने मुझे दो गिफ्ट दिए और बोला ये एक गिफ्ट उसने दिया है और ये कहकर चला गया मुझे समझ नहीं आया की किसने दिया तो मैंने उस गिफ्ट को खोलकर देखा तो मैं हैरान रह गया उसमें एक लव लैटर था और yr लैटर किसी और ने नहीं बल्कि उसी लड़की ने दिया था जिसे मैं पसंद करता था ये देखकर मैं बहुत खुश हुआ और फिर हम रिलेशनशिप में आ गए और खुशी से रहने लगी। उस लड़की के साथ बस मेरा एक दो बार हग और किस ही हो पाया और किसी वजह से उसने मुझे छोड़ दिया जो मुझे आजतक पता नहीं लगी ।
मैं इसबात से बहुत दुखी हुआ और अक्सर उदास सा ही रहने लगा ये बात कहीं से नैंसी को पता चल गई और उसने मुझे फोन की और मुझे काफ़ी समझाया, मुझे उसकी बात समझ में आई और मैं अब थोड़ा नॉर्मल होना शुरू हो गया । इसी सब में मेरी 12 क्लास खत्म हो गई और मैं 18 साल का भी हो गया । नैंसी अक्सर मुझे कॉल किया करती और मुझसे काफ़ी हंसी मज़ाक करती और साथ ही कभी कभी डबल मीनिंग बातें भी कर लिया करती थी मैं जब भी उसके सामने किसी लड़की का जिक्र करता था वो एकदम से चिढ़ जाया करती थी जो इस बात का साथ संकेत देती थी की वो कहीं न कहीं मुझे पसंद करती है लेकिन दोस्तों मैं अभी भी उसे सिर्फ दोस्त के नजरिए से ही देखता था । लेकिन अभी मुझे कॉलेज में एडमिशन कराना था और हमारा आसपास सिर्फ एक ही कॉलेज था जिसमें नैंसी भी पिछले दो साल से ग्रेजुएशन कर रही थी जैसा कि मैंने आपको बताया कि वो मेरी सीनियर थी । एडमिशन के बाद कॉलेज में ही हमारा दोबारा से मिलना हुआ जो की हम लगभग दो साल के बाद मिल रहे थे नैंसी इतनी खुश थी की उसने इसी मुलाकात में मूझसे अपने प्यार का इज़हार कर दिया और ये बात मुझे पता ही थी की ऐसा वो कभी न कभी तो करेगी ही ।
Submit Your Story : https://www.sexstorian.com/submit-your-story
मैंने भी फीके मन से उसको हां बोल दिया क्योंकि अभी भी मुझे वो कुछ खास पसंद नहीं थी अब हमारी बात रोज होने लगी और अक्सर रात को वो मुझसे सेक्सी सेक्सी बातें किया करती थी यूं तो वो मुझे पसंद नहीं थी लेकिन सेक्स की आग मुझसे बहुत थी क्यूंकि मैंने अभी तक सेक्स नहीं किया था और अक्सर ने मुठ मारकर ही काम चलाता था तो मैं भी उसका सेक्सी बातों मैं साथ दिया करता था । वो सेक्सी बातें तो बहुत कर लिया करती थी लेकिन चुदने के नाम पर हमेशा यही कहती थी कि शादी के बाद ही करूंगी जबकि मैंने शादी जैसा कुछ न तो सोचा था और न ही उससे कभी ऐसी कोई बात कही और अब हालात ऐसे हो गए थे की मुझसे और कन्ट्रोल नहीं हो सकता था । मैंने उसको सेक्स के लिए राज़ी करने की कौशिश की लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थी लेकिन इससे बड़ी दिक्कत ये थी की वो मान जाती तो उसको चोदता कहां? लेकिन उसने भी मेरी हालत को समझते हुए थोड़ा बहुत करने की कोशिश की और कहां की सुबह 6 से 8 के बीच में मैं उसके घर आ जाऊं क्यूंकि उसके मम्मी पापा सब्जी बेचने का काम करते थे और वो इस वक्त मंडी में होते थे और उसके भाई बहन ऐसे घोड़े बेचकर सोते थे की 9 बजे के पहले कुछ भी हो जाए वो उठ नहीं सकते ।
उसकी बात सुनकर मैं बहुत खुश हुआ और अगली सुबह 6 बजे ही उसके घर पहुंच गया । उसके घर में सिर्फ एक ही रूम था जिसमे उसके भाई बहन सोए हुए थे मेरे आते ही नैंसी ने उस कमरे का दरवाजा बाहर से लगा दिए और मुझसे चिपक गई । मैंने भी उसे ज़ोर से बाहों में भर लिया और उसके होठों पर होठ रख दिए वो भी किस करने लगी मैने धीरे उसकी गर्दन पर किस किया और अपने हाथ उसके बूब्स पर रखे और जोर जोर से दबाने लगा । मैंने उसके कुर्ते में हाथ डाल दिया और उसकी ब्रा के अंदर बूब्स को दबाने लगा अब वो जोश में आने लगी और अपना कुर्ता उतरने लगी । मैंने तुरंत इसकी ब्रा खोली और बूब्स पर अपना मुंह रख दिया उसके मुंह से आह निकल गई । में लगभग 5-10 मिनट तक उसके बूब्स को चूसता रहा और वो भी मेरे लण्ड को ऊपर से ही सहलाती रही मैंने उसकी सलवार पर जैसे ही हाथ रखा उसने मुझे धक्का दे दिया और बोली तुम्हारे लिए इतना किया काफी नहीं है क्या । नीचे अभी हाथ नहीं लगाने दूंगी मैं उदास होकर रह गया क्योंकि उस जगह से उससे कुछ ज्यादा कह भी नहीं सकता था और वापस अपने घर आ गया । में थोड़ा खुश तो था लेकिन अब मेरे अंदर सेक्स की आग और ज्यादा बढ़ गई अब तो कैसे भी करके मुझे नैंसी को चोदना था ।
अभी कुछ वक्त बात करते हुए ही बीता और कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन आ गया उसने मुझे एक छोटी सी पार्टी थी और कुछ गिफ्ट्स भी लेकिन मैं खुश नहीं था तो वो बोली की क्या चाहिए तुम्हे मैंने बोला की यार मेरा सेक्स करने का बहुत मन है उसने कुछ देर सोचकर बोला की सेक्स तो मैं अभी नहीं करूंगी लेकिन कल सुबह मेरे घर आ जाना मैं कुछ कर सकती थी हूं तुम्हारे लिए । मैं खुश होकर अगली सुबह उसके घर पहुंचा और उसे बाहों में भरकर किस करने लगा वो भी पागलों को तरह मुझे किस करने लगी उसने ब्लू कलर का टॉप और जींस पहनी हुई थी । मैंने झट से उसकी टॉप और ब्रा उतार दी और बूब्स चूसने लगा और लगातार 5 में कसके बूब्स को चूसा और दबाया इसबार उसने मेरे लण्ड को पैंट से निकालकर अपने हाथ में ले लिया और उसको ऊपर नीचे करने लगी मैनें उसे लण्ड मुंह में लेने को बोला तो मना कर दी मैं फिर भी शांत रहा लेकिन जब मैंने उसकी जींस उतारनी चाही तो उसने मुझे धक्का दे दिया और मुझे इस बात पर बहुत गुस्सा और बोला की बस यही करने बुलाया था मुझे और गुस्से में ही मैं अपने घर वापस आ गया । कुछ दिनों तक मैंने उससे बात भी नहीं की लेकिन उसके बहुत सारे मैसेज और कॉल आने के बाद मैंने उससे बात की तो उसने रोते हुए मुझसे माफ़ी मांगी और बोला की मैं तुम्हारे साथ सेक्स कर लूंगी बस तुम एक रूम का इंतेजाम कर लो । मैं तो ये बात सुनकर पागल ही हो गया और अपने हर दोस्त के रूम का जुगाड करने की बात करने लगा लेकिन मेरी किस्मत की खराब थी की मुझे कोई रूम नहीं मिला और जो मिल रहे थे उसमे रिस्क बहुत था और फिर से मैं मन मारकर रह गया अब मैंने मान लिया कि मेरी किस्मत में सेक्स है ही नहीं ।
लेकिन मेरी किस्मत ने पलटी मारी और हुआ ये की हम काफी दिनों से एक प्लॉट की तलाश में थे और हमे अपने ही बजट में पूरा बना बनाया घर मिल गया । मैंने ये बात नैंसी को नहीं बताई और सरप्राईज बोलकर रजिस्ट्री के दो दिन बाद ही नैंसी को उस घर पर ले गया और अंदर पहुंचते ही दरवाजा बंद किया और उसको बाहों में लेकर बताया कि अबसे ये हमारा घर है। वो भी खुश हुई और मुझे किस करने लगी कुछ देर जबरदस्त किस करने के बाद मैंने अपनी उसकी टॉप और ब्रा उतार फैंकी और उसके बूब्स पर टूट पड़ा । बूब्स चूसते चूसते ही मैंने अपने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और में अब सिर्फ निक्कर में रह गया जिसमें से मेरा 7 इंच का लण्ड निकलने को तैयार था मैंने नैंसी का हाथ अपने लन्ड पर रख दिया और उसने मेरे लण्ड को बाहर निकालकर अपने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया । मैं अब फुल जोश में था और नैंसी के मुंह निकल रही जोशीली आवाजों से भी उसके जोश का अंदाज़ा लगाया जा सकता था मैंने अपना हाथ अब उसकी जीन्स के बटन पर रखा और उसको खोलने लगा नैंसी ने तुरंत मेरा हाथ पकड़कर रोक लिया और बोली की यार मुझे अब सैक्स नहीं करना जब मैंने बोला था तब तो कुछ हो नहीं पाया अब प्लीज रहने दो । मैंने कहा ठीक है सेक्स नहीं करेंगे लेकिन कम से मुझे तुम्हारा जिस्म देखने तो दो तो वो बोली ठीक है मैंने तुरंत उसकी जीन्स उतार दी लेकिन अब भी बहन की लोड़ी ने पैंटी नहीं उतारने दी मैंने कहा ठीक है रहने दो लेकिन प्लीज यार आज मेरा लण्ड अपने मुंह में ले लो तो उसने आखिरकार मेरा लन्ड अपने मुंह में लिया कसम में बता नहीं सकता जो मजा मुझे उस वक्त आया था मैं जोर जोर से अपना लन्ड उसके मुंह में अंदर बाहर कर रहा था और साथ ही अपना हाथ उसकी पैंटी के ऊपर रखते हुए एक उंगली पैंटी के अंदर डालकर उसकी चूत मे हल्की सी घुसा दी उसकी चूत एकदम गीली और भट्टी की तरह तप रही थी ।
मैंने लण्ड उसके मुंह से निकाला और उसके बूब्स को किस करते हुए नीचे जाने लगा और उसके पैंटी के ऊपर किस किया जिससे नैंसी तिलमिला उठी और बोली निकाल दो पैंटी मैनें तुंरत ही पैंटी को उतार फैंका और चूत पर अपना मुंह रख दिया और अच्छे से चाटने लगा । वो आह्ह्ह्ह उह्ह्ह आम्म्म्म आह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ें निकालने लगी । चाटने के बाद मैं उसके ऊपर चढ़ गया गया और चूत के ऊपर लन्ड को रगड़ने लगा नैंसी बोली यार देखो डालना नहीं हां। मैंने कहा ठीक है बस ऊपर ही रगडूंगा। मैं एक दो मिनट ऐसे ही करता रहा और देखते देखते नैंसी तड़पने लगी मैंने मौका देखके लन्ड चूत के अंदर कर दिया और वो चीख पड़ी क्योंकि उसने पहले बार अपनी चूत में लन्ड लिया था थोड़ा सा खून भी उसकी चूत से आया लेकिन मैंने तुरंत उसको किस किया और चोदता रहा वो अब जोश में जोर जोर से आआआआह्हह आअह्ह्ह आह्ह्ह्ह्हह आह्ह्ह्ह् अह्ह्ह्ह की आवाज़ें निकलने लगी पूरा उसकी चूत चोदने की आवाज से गूंजने लगा । मैंने लगातार उसे 20-25 मिनिट तक चोदा और माल उसकी चूत के बाहर निकल दिया । मुझे कसम से बहुत मजा आया लेकिन अभी भी मेरा दिल नहीं भरा था और नैंसी अब मुझसे बोल भी नहीं रही थी लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ा मैने अपने लन्ड पर कॉन्डम लगाया और दोबारा उसकी चूत मे लन्ड घुसेड़ दिया और जोर जोर से धक्के लगाने लगा । मैंने सुबह से शाम तक उसको वहीं घर में रखा और 4 बार खूब अच्छे से चोदा। इसके बाद भी जबतक मेरा वो घर खाली रहा मैं उसको वहां कभी न कभी ले जाकर चोदता रहा। फ़िलहाल अभी मेरा और नैंसी का कोई रिश्ता नहीं है और अभी मैं फिर से सेक्स के लिए तड़प रहा हूं। ये मेरी जिन्दगी के पहले सेक्स की कहानी है आशा करता आप सभी को पसंद आई होगी । धन्यवाद
कहानी पूरी पढ़ने के लिए धन्यवाद। Bahut Mushkil Se Chodi Senior Ki Chut कहानियाँ कैसी लगी, मुझे ईमेल करके जरूर बताइएगा : aniketkumarobc@gmail.com