Romance Sex Stories – रोमांस सेक्स कहानियाँ Kamukta Antarvasna Sex Stories, Desi chudai ki kahani
अलोक बेहद उमदा तंदरुस्त पुरूष था।
उसकी छायी ९० सेंमी कि थी।उसका पेनिस लगभग 8 से 9 इंच का था।वोह काफी बोल्ड दिखता था।चौडी छाती उँचा कद उसे बेहद आकर्षक कद मिला था।
वोह रहता भी है अपनी अलग एक पहचान बनाकर जिसके देखते ही सबकी आँखो मे ठंडक पडती है।सारी लडकीया उसकी फ्रेंड बनने के लिए मचलती है।उसका आना उसका जाना लडकियों को ना घूरना।
लडकियों मे पुरी लुट मची थी उसके जिस्म के साथ सेक्स करने के लिए।लेकिन वोह अपना आरोग्यं किसी लडकी के साथ संभोग कर खराब नही करना चाहता।ईसलिए वोह हमेशा लडकियों से रहता था।
लडकिया उसे बहुत मजबुर कर देती उसे अपनी हवस पूरी कराने के लिए पर वोह कभी उनके शिकजे मे नही फँसा।
अलोक के पास राॅयल ईनफिल्ड का बाईक था।उसकी बाॅडी की तराह मजबुत तगडी मजबूत पाच गिअर वाला बाईक वोह जब उसपर सवार होकर सैरसपाटा करता मोहल्ले कि लडकिया अपना दिल दे बैठती और तो और अपना बील भी दे देती।लेकिन अलोक बहोत शरीफ बच्चे कि तराह रहता।
सबसे कहता मै अपना प्यार सिर्फ अपने जैसी लडकी को दुंगा।
एक दिन उसका बहम तोडने के लिए कुछ लडकियों ने प्लान बनाया।
अलोक कि हस्ती खेलती सिंगल जिंदगी मे तूफान लाने के लिए उन्होनें उसका शिकार करने कि ठानी।
प्रिया जो कि सॅमी कि बहोत अच्छी दोस्त थी,उसने उसको अलोक कि शाॅप पर काम के लिए रखा।प्रिया बहोत उंची और हाॅट टाईट फिगर वाली एक काॅल गर्ल थी।वोह पैसो के लिए कुछ भी करती थी।अब सॅमी ने उसे कुछ दिनो का प्लान दिया।और उसके लिए पैसै भी अदा किये।
प्रिया अलोक के शाॅप पर काम करने जाने लगी।उसे अलोक से भी पैसा मिलने लगा।
उसकी मेडिकल कि शाॅप थी।वहाॅ सिर्फ़ दवाइयां बेची जाती थी।
प्रिया उतनी माहीर नही थी फिर भी वोह लडको को फसाने के सारे तरीके जान चुकी थी।
अलोक प्रिया साथ काम करने लगे।
अलोक को थोडा काम कम था तो अलोक और प्रिया बातचीत करते बैठै।
अलोक :- क्यो प्रिया तुम्हें नौकरी करना अच्छा लगता है।दुसरी तुम्हारे जैसी लडकीया तो घर मे बालबच्चे संभालती बैठती है?
प्रिया :- हां अलोक मुझे काम करना अच्छा लगता है।मै दुसरी औरतो कि तराह घर बैठकर अपना समय बरबाद नही करना चाहती।
अलोक :- अच्छा हे। लेकिन तुम ईतनी बोल्ड क्यो रहती हो।
प्रिया :- यह भी कोई पुछने कि बात है।मै लडक़ी हु तो बोल्ड नहीं रह सकतो।और तुम लडके होकर बोल्ड रहते हो ऐसा क्यो?
अलोक :- रहना पडता है।अपनी खुबिया दिखाने के लिए ऐसा बोल्ड रहना जरूरी है।
अगर मै बोल्ड नही रहा तो ओल्ड दिखुंगा।
और सारे हसेंगे मुझपर।
प्रिया :- हां सही है अलोक तुम्हारी तगडी मोटी बाॅडी तो मुझे भी ललचाने लगी है।मेरा मन गभी तुम्हे देखकर तुम्हारे प्यार मे फसे जा रहा है।
अलोक :- अच्छा तो ईसलीए तो मुझे पुछा जा रहा है।मेरी पर्सनॅलीटी के बारे मे।
प्रिया :- नही अलोक ऐसा नही।मै तुम्हारे गंदे खयाल कैसै कर सकती हुं।
अलोक :- क्यों नही कर सकती।अभी तो तुम्हारा कोई बाॅयफ्रेड भी नही।फिर किसके बारे सोचती हो।
प्रिया :- हा सोचती हुं ना।
अलोक :- किसके बारे मे।
प्रिया :- तुम्हे किस करने के बारे मे।
अलोक :- क्या मुझे किस करने बारे मे।
अलोक चौककर उठ गया।और शाॅप के एक कबर्ड कि खडा होकर हसने लगा।
प्रिया :- क्यों अलोक मुझे नही करना चाहिए।मै ईतनी बुरी हुं क्या।
अलोक :- नही तुम बुरी नही हो।मगर मै देखना चाहता था तुम कितनी अच्छी हो ।
प्रिया :- सच अलोक मै बहोत अच्छी हुं।
मे तुम्हे दुनिया हर प्यार तुम्हारे कदमों मे लाकर रख दुंगी।
अलोक :- सच मै दुनिया के हर प्यार अपने कदमो मे रखने के हकदार नही लेकिन तुम्हे अपने कदमो के निचे लेकर मुझे बहोत प्यार मिलेगा। आय मीन तुम्हे अपनी बाहो लेकर ।
प्रिया :- उस कबर्ड कि और गई और उसने अलोक दोनो हाथ पकडे और कहाॅ;अलोक आज से तुम ईतने मायूस मत रहा करो।जो तुम्हे चाहिऐ हो वो तुम मुझे मांगा करो।बतायो क्या तुम मेरे साथ सोना चाहोगे।
मै अपनी भरी पडी जवानी तुम्हारी लिए पेश कर दुंगी।
अलोक सहम गया था।उसने प्रिया हाथ के साथ अपने हाथ ऊपर उठाये।और उसके स्तनोंपर रख दिये।और चारो हाथो से प्रिया का स्तन दबाने लगा।प्रियाने आखे बंद करली।बस अपने जीस्म से उठ रही प्यार ज्वाला महसूस कर रही थी।अलोक बुब दबाये जा रहा था।बीच मे रूककर उसके प्रिया का किस किया जोरदार लाॅग किस।
प्रियाने उसे थोडा झटका दिया।और मेडिकल डोअर के पास गई।उसने मेडिकल की डोअर बंद करदी और अलोक के पास आते आते वहाॅ से एक यौन उत्तेजना के दवाईयों कि डिबी उठाली।उसने आधी डिबी खा डाली और आधी डिब्बी अलोक के पास जाकर उसे खाने के लिए दे ती।
अलोक गोलीया खा रहा था।तब प्रिया ने उसकी पॅन्ट उतारी और उसका सोया हुआ लंड अपने हाथ मे लिया।अलोक यह लंड तो मेरी जान है।वाह क्या सहेजकर रखते हो तुम ईसे ऐसा लंड पाकर तो मेरे भाग्य खुल गये।
ऐसा कहते कहते उसने अलोक का लंड अपनी मुॅह मे लिया।उसे चुसने लगी मिटक मिटक कर अलोक का लंड चुसी हिलाये जा रही थी।
अलोक गोलीया खाकर तैयार हो गया।उसने प्रिया के स्तनों मे अपना हाथ सरकाया उसके कपडो के अंदर से ही उसका स्तन दबाने लगा।उसे बडा अजीब फिल हो रहा था।उसके कलेजे को ठंडक पोहच रही थी।
अलोक ने उसे उठाया फिर वोह उसकी कदमो मे बैठ गया।फिर उसने पॅन्ट उतारी फिर उसकी kalvin keiln कि ईनरवेअर देखी उसने उसमे से ही अपनी उंगली अंदर डाली! अंदर प्रिया कि चुत मे उंगली करने लगा।प्रिया गरम होती जा रही थी।अलोक ने कुछ देर बात उसकी चुत का निकला रस अपनी उंगली से चाटना शुरू किया । फिर उसकी ईनरवेअर उतार कर उसकी पुसी को अपने ओठ लगाये।एकटक उसकी चुत की चुमीया लेने लगा।चुत के होल के उपर दिख पंखुंडियो को अपने ओठो मे पकडा उसे चुसने लगा।फिर उसने चुत के होल मे जीभ डाली ओर जोर से हिलाने लगा।
प्रिया ने अपने उपर के कपडे भी उतारे अलोकने निचे से उसके बुब्झ देखे ओर अपना उपर उठाया प्रियाने उसका हाथ पकडा ओर अपने बुब्झ पर फिराने लगी।
अलोक को बहोत ही शर्मीला था मगर उसका जिस्म शर्म करने से कतरा रहा था।
वोह आज जीभरकर अपनी अंतरवासना पुरी कर लेने वाला था।अलोक उसकी चुत चाटते चाटते उसके स्तनों के निप्पल को हाथ से पकड कर उसे हलका हलका दबा रहा था।प्रिया को काफी मजा आ रहा था।
अलोक उसके झांसे मे फस रहा था।
अब अलोक उठ गया उसने प्रिया को शाॅप के कांऊटर पर बिठाया ।प्रिया के होंठों बहोत अच्छी तराह किस किया।फिर उसके स्तन अपने मुह मे लेकर चुसने लगा।प्रियाने अपना जिस्म उसे सोप दिया।और फिर उससे चुदवाने मे जो मजा था और किसीसे चुदवाने मे नही था।
अलोक ना अपना लंड उसकी चुत पर हलकासा पटकाया प्रिया हसी और अलोक का सर पकडा फिर बोली अलोक तुम तो मेरी जान बन गये।ऐसा लंड देखने कि लिए मैने बरसो ईन्तजार किया है।अलोक अपना लंड मेरी चुत मे डालो अलोक।प्रिया बोली।
अलोक :- नही प्रिया नंगा सेक्स करेंगे तो तुम प्रेगनंट बन जावोगी।मै कंडोम लगाता हुं।कहकर वो कंडोम लाने के जा रहा था कि प्रियाने उसका हाथ पकडा।
और बीना कुछ कहे उसके लंड को हाथ मे पकडकर अपनी चुत तक लाया।अलोक उसकी आखो मे आखे डालकर सोच पडा।फिर भी प्रियाने उसके लंड को अपनी चुत के उपरी होल दरार पर फिराना सुरू किया।
अब अलोक कंट्रोल नही कर पा रहा था।
आखीरकार उसने अपना लंड उसकी चुत मे सरका ही दिया।और हलकेसे चोदने लगा।हलके हलके चुदवाने मे प्रिया को मजा आ रहा था।दोनो एक दुसरे कि आॅख मे ऑंख मिलाकर चुदाई खेल रहे थे।उनकी बरसो कि अंतरवासना आज पुरी होने जा रही थी।अलोक भी उसे बडे जोर पकडकर अपना लंड पहली बार किसी मादा के चुत मे रखने का मजा ले रहा था।
उसे यकीन नही हो रहा था आज उसकी किस्मत कि चाबी मिल गई थी।
प्रिया ने अपने पाॅव उपर ऊठाकर अपनी चुत को और टाईट किया।अलोक ने उसके पैरो के तलवो को पकडा और खडे खडे प्रिया के हसीन चेहरे को देखते हुए चोदता रहा।
कुछ देर बात अलोक ने पोझीशन बदली।
प्रिया को टेबल से उतारकर उसे डाॅगी पोझ मे खडा किया।और पिछे से उसकी चुत मे अपना लंड डाला।अलोक को प्रिया कि चुत मे जो मजा आया वोह उसने कभी नही पाया था।
बीना कपडो बीना कंडोम के साथ चौदने का
मजा तो नशीब वालो ही नशीब होता है।
उसकी चुत का पानी।अलोक महसुस कर सकता था।अलोक ने भी गोलीया बहोत खाई थी।आज उनकी पुरी रात निकल जाएगी मगर दोनो के प्यार का यह मोसम अब ना रूकने वाला था ना अलोक थकने वाला था।
अलोक और प्रिया रातभर एक दुसरे की चुदाई करते रहे।प्यार किसी झागिर नही होता आज ऐ साबीत हो गया।
सुबह होने पर प्रिया अपने घर चली गई।
फिर उसने सॅमी को यह बात बताई और सॅमी ने उसे जाल मे फसा ही लिया।
प्रिया चोद चोदकर जब अलोक तीन चार महीने बाद थक गया तो उसने सॅमी से उसका टाका भिडाया ।
फिर क्या होना था।अलोक कि तो जिंदगी बदल गई।अब वो हर महीने मुहल्ले कि हर लडकी को बारी बारी चोदने मे लग गया।
मुहल्ले कि शातीर लडकियों को आखीरकार अलोक ने अपना ही लिया।
प्यार को चोद पाना ही सच्ची मोहब्बत है।