रिश्तेदारों में चुदाई की कहानियाँ

रिश्तेदारों में चुदाई की कहानियाँ : गहरी चुदाई रिश्तेदार के घर – Sex Stories

रिश्तेदारों में चुदाई की कहानियाँ गहरी चुदाई का मज़ा रिश्तेदार – रिश्तेदारी के घर चुदाई की कहानियाँ Hindi Sex Stories

नमस्कार दोस्तो मे Sextorian का नियमित पाठक ईसे रोज पढता हुॅ ।यहाॅ पर लिखी कहानी बहोत होती है सुहानी।देख यहाँ कि बोल्ड तस्वीरे दंग है कुवारे।मै अपनी एक कहानी आपको पढने लिए भेज रहा हुॅ।।

रिश्तेदारों में चुदाई की कहानियाँ

रिश्तेदारों में चुदाई का मज़ा

तनुजा अपने रिशतेदारों के यहाँ गई थी।
वह कुछ दिनो से काफी मायुस लग रहती थी।उसे १८ साल होकर कुछ महीने हो चुके थे।उसिका मन खोया खोया रहता था।
उसके स्कूल के लडके उसके प्यार मे पडने लगते।उसकी बढ रहे स्तन देखकर दंग रहते।वोह स्तनो को ओढनी से ढेककर चलती। लडको को मज़ा आता था उसकी ऐसी हरकते देखकर।

रिशतेदारों के घर मे आने के बाद वह अपने रिश्तेदार कि औरतो के साथ बाहर घुमने ज्याती।बाहर उसी गल्ली मै कुल दस लडके बैठै रहते थे।हसी मजाक करते।
उसे वहाँ देखकर उनको तनुजा पर लटु होने लगे।उनके मन मे प्यार करने कि चाहत बढने लगी।सब उसके योवन कि प्रशंसा करते।तनुजा दूर से यह समझ पा सकती थी।घर कि सभी औरतो को भी उसके बदलाव नजर आ रहे थे।

एक दिन सभी लडके घर के पास खडे खडे बाते कर रहे थे।औरतों का ध्यान तनुजापर था वोह उसे उन लडको से लगाव करते देख रही थी।सब औरते कुछ काम निकालकर घर से बाहर चली गई ।कुछ देर तनुजा वहाँ खडी ।और लडको को देखने लगी।लडको को देखकर वह मुड मे आई।
क्युट वाली स्माईल उसके चेहरे पर आने लगी।

उसमे से एक लडके को उसने हलकेसे बुलाया।लडका खुश हो गया।वो अ!पने मिञो के साथ घर मे गया।लडके घर मे चुपचाप घुस गये लडकीने पीछे
से घर मे प्रवेश किया।और दरवाजा बंद कर दिया।सभी लडके घर के सौफे पर बैठे हुए थे।तनुजा उनके बीच जाकर खडी हो गई।
लडको को उसका नाम पता नही था।
उन्होनो उसे नाम पुछा।तनुजाने आपना नाम बताया।

रिश्तेदारी में चुदाई

फिर कुछ लडके उसे बात करते रहे।वोह अपने अंग को पुरी मादकता से हिला रही थी।तभी एक लडके ने उसकी बडीसी गोल गिरावट वाली ass पर हाथ फिराया.पॅन्टी से ही उसमे उँगली डाली।लडकी उछल पडी हस पडी।
और उसके हाथो को पकड लिया।धीरे धीरे वोह उसके हाथो को सहलाने लगी।फिर दुसरे उसके बदन पर हाथ फिराना सुरू किया।उसने उसकी चुत के उपर धीरे धीरे हाथ फिराय और हलके से उँगली कर दी फिर तनुजा उछल पडी।
औह नो…सानु…क्या कर रहे हो तुम।बडी गुदगुदी हो रही है।उसने उसके भी हाथो को पकड लिया।और अपनी प्यार की प्यास को बुझता देख उसे अच्छा मेहसुस होने लगा था।
फिर तिसरे लडके ने उसके बडे गोल गोल गोलमटोल ब्रेशर मे छुपाये स्तनो को दबाने और सहलाने लगा फिर आवाज निकली औह नो सानु और थोडा सब जण सुरू करो बहोत अच्छा लग रहा है।दबायो मत सहलाते रहो सहलाते रहो।कुछ लडको ने उसके ब्रेशर के बटन खोल दिये उसके स्तन खुले हो गये लडको की ऑखे देखते ही खुली कि खुली रह गयी।
एक लडकेने उसकी पंजाबी ड्रैस का नाडा खोल दिया वोह झटसे गिर गिया । लडके उसकी ass को देखते उछल पडे ..वाहह..तनुजा वाहह…क्या गांड है तुम्हारी तुम क्या खाकर अपने जिस्म ईतना खुबसूरत बनाती हो ।हमारे लंड तो आग उबल रहा है।ईसकी प्यास बुझाने के लिए भेजा है तुम्हारे जैसे हसीन हुस्न को।

फिर एकने उसकी अंडरपॅन्ट निकाली और सबने पहली बार चुत कैसी होती है देख ली।
उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा।तनुजा सबको उनके ऑखों के सामने जाकर उसकी नई नवेली खिली खुली चुत दिखानी लगी।सबने उसके चुत को सूंघना शुरू किया और मानो जैसे बसंत मे खेत खिलते है वैसे सबके लंड खिल खिला उठे और टाईट हो गये।लडके भी नये थे उनके मुलायम नरम लंड को देखकर तनुजा मानो मदहोशी की अवस्था मे आ गई।उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।
उसने एक एक कर सबके लंड अपने हाथ मे लिया उसे सहलाने लगी।लडको को मुठ मार के देने लगी।दो लडको का लंड उसने हाथ मे पकड रखा था।एकने अपना लंड उ के मुँह मे डाल दिया।तनुजा उसे चुसने लगी लवडे मे लगी आग उसके मुँह मे आ रहे पानी से बुझाने लगी।दुसरे लडके ने उहकी चुत पर अपना मुँह लगाया जीभ से उसे चाटने लग गया।पुरी जीभ चुत मे डालकर चुत का रस आता निकालने कि कोशिश करने लगा।

तनुजा की खुशी का ठिकाना न रहा।औह नो  लवडो चुदो मुझे चदो मेरी चुत की प्यास और न बढायो।डालो अपना लंड मेरी चुत मे ढकेलो ऐसा कहकर उसने उस लडके के बालो को पकडा जो उसकी चुत चाट कर रहा था।और उसका लंड उसकी चुत मे ढकेलने के लिए मजबुर कर दिया।

लडकेने अपना लंड पुरी खुशी खुशी-खुशी उसके चुत पर सहलाते हुए घुसेड दिया।
तनुजा के मुँह से आवाज निकली औहह नो क्या लंड है मेरी तो जिंदगी बदल गई।
और दुसरे लडके लंड अपने मुँह मे लिया।
अब उसके मुह मे एक चुत मे एक लंड खिलखिला रहा था।

बाकी लडके उसके स्तने के साथ खेल रहे थे।एक तो तडप रहा था उसकी चुत मे अपना लंड डालने के लिए वोह अपना लंड हाथ मे लिए हिला रहा था मुठ मार रहा था अपने लंड की आग हाथो से नही बुझता देख उसकी गांड मे उँगली कर गुरद्वारा का गुलदस्ता खुला करने की कोशीश मे लग गया।तनुजा को एक और झटका लगा और फिर खिलखिला उठी औहहह नो बस्स यही एक होल बचा है ढकेलो उसमे भी फोरन।और क्या अब तनुजा कि गांड खिल चुकी है सुनकर उसने दुसरे लडके को चिपक कर अपना लंत डाल ही दिया तनुजा कि खिलखिला उठी गांड मे।

आज कि दिन तनुजा कि जिंदगी मे सदमे ही सदमे दे रहा था।एक से बढकर एक लोंढों के लंड उसकी अंतरवासना को सलामी दे रहे थे।
उसके योवन की वासना उसकी कामना एक साथ पुरी हो रही थी।जो खाब एक अकेला पुरा नही पायेगा वोह सब लडको ने मिलकर एकदिन मे ही करा दिये।

रिश्तेदार के घर का घमासान चूत चुदाई

तनुजा तो पुरी टुट पडी थी।एक के बाद एक उसकी चुत गांड गांड स्तनों से खेल रहा ।
उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।चौदो और चौदो कहती रह ज्याती।

उसकी नई नवेली चुत का रस सब लडको के लंड पर लग ज्याता।तनुजा उस लडके आगे बुला लेती और अपने चुतरस को सुंघती फिर उसका लंड अपने मुँह मे लेकर टेस्ट चेक करती मिटकीया मार कर वह लंड को चाटती रह ज्याती।

अब सबने तनुजा को घुटनो पर बिढाया सब उसके आगे खडे हो गये।सबका लंड बारी बारी चुसने लगी और सबका विर्य पी गई।

फिर सबने आपने आपने कपडे पहने और सोफे पर नगी पडी तनुजा कि चुत को औठो को चुमकर उन्होंने उसे अलविदा कहा।

फिर जब तक तनजा रिश्तेदारो के यहाँ थी।रोज यही सब होने लगा।जवानी का मौसम जवान होने लगा।जुदाई का आलम चुदाई मे बदलने लगा।

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